Side Belly Fat: कम करने के लिए करें ये योगासन

Update: 2025-01-15 03:38 GMT
Side Belly Fat:साइड बेली फैट यानी कमर की एक्स्ट्रा चर्बी, न सिर्फ हमारे लुक को बिगाड़ती है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकती है। इन्हें लव हैंडल्स (Love Handles) भी कहा जाता है। इसके कारण कई बार कुछ ड्रेस पहनने में आप काफी कॉन्शियस महसूस करने लगते हैं, जिससे आत्मविश्वास कम होता है।
वशिष्ठासन (Vasisthasana) या साइड प्लैंक
कैसे करें- एक साइड प्लैंक पोज में आएं, अपनी कोहनी और बाहरी किनारे को जमीन पर टिकाएं। अपने शरीर को एक सीधी रेखा में रखें, कूल्हे को ऊपर उठाएं और पेट की मांसपेशियों को कसें।
फायदे- यह आसन कोर की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और साइड फैट को कम करने में मदद करता है।
त्रिकोणासन (Trikonasana)
कैसे करें- अपने पैरों को कूल्हे की चौड़ाई से ज्यादा फैलाएं, एक पैर को आगे और दूसरे को पीछे रखें। अपने हाथों को दोनों तरफ फैलाएं और अपने शरीर को एक तरफ झुकाएं।
फायदे- यह आसन कमर की मांसपेशियों को खींचता है और पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है।
भुजंगासन (Bhujangasana) या कोबरा पोज
कैसे करें- पेट के बल लेट जाएं, ठोढ़ी को जमीन पर टिकाएं और धीरे-धीरे अपने ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं।
फायदे- यह आसन पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और पाचन में सुधार करता है।
पार्श्व कोणाशन (Parsvottanasana) या इंटेंस साइड स्ट्रेच पोज
कैसे करें- एक पैर को आगे और दूसरे को पीछे रखकर खड़े हों। आगे वाले पैर को मोड़ें और पीछे वाले पैर को सीधा रखें। अपने शरीर को आगे की ओर झुकाएं और अपने हाथों को अपने पैरों के पास जमीन पर टिकाएं।
फायदे- यह आसन कमर की मांसपेशियों को खींचता है और पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है।
उत्कटासन (Utkatasana) या कुर्सी आसन
कैसे करें- खड़े हो जाएं और अपने पैरों को कूल्हे की चौड़ाई से थोड़ा ज्यादा फैलाएं। अपने घुटनों को मोड़ें जैसे आप कुर्सी पर बैठ रहे हों और अपनी बाहों को ऊपर उठाएं।
फायदे- यह आसन पूरे शरीर को मजबूत बनाता है और कैलोरी बर्न करने में मदद करता है।
और किन चीजों से मिलेगी मदद?
हेल्दी खाना- प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट से भरपूर खाना खाएं।
कार्डियो एक्सरसाइज- दौड़ना, स्वीमिंग या साइकिल चलाने जैसी कार्डियो एक्सरसाइज कैलोरी बर्न करने में मदद करते हैं।
पूरी नींद- नींद की कमी के कारण वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है।
स्ट्रेस मैनेजमेंट- तनाव कम करने के लिए जर्नलिंग, मेडिटेशन या अन्य तकनीकों की प्रैक्टिस करें।
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