गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाना चाहिए या नहीं? जानें महत्वपूर्ण बाते

कोरोना से सुरक्षा देने वाली वैक्सीन गर्भवतियों के लिए भी सुरक्षित है

Update: 2021-06-30 06:36 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।कोरोना से सुरक्षा देने वाली वैक्सीन गर्भवतियों के लिए भी सुरक्षित है। इस आधार पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि गर्भवती महिलाएं वैक्सीन लगवाएं और टीका लगवाने के बाद सभी जरूरी सावधानियां रखें। आइए जानते हैं गर्भवती स्त्रियों के टीके से जुड़े ऐसे ही कुछ सवालों के सही जवाब।

प्रश्न 1 : गर्भवती महिलाओं में संक्रमण का कितना खतरा, क्या टीका जरूरी है ?
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, संक्रमण की चपेट में आईं 90% से ज्यादा गर्भवती बिना अस्पताल में भर्ती कराए ठीक हो जाती हैं। अब तक ज्यादातर गर्भवती महिलाओं में हल्का संक्रमण ही दिखाई दिया या उनमें संक्रमण के लक्षण नहीं दिखे। पर इस तरह के संक्रमण से भी ऐसी महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर असर पड़ सकता है। इन खतरों से बचने के लिए टीका जरूर लेना चाहिए।
प्रश्न 2 : क्या गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर मां के टीका लगवाने का असर पड़ेगा?
इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ गायनाकलोजी ने पहले ही गर्भवती महिलाओं को टीके लगाने की स्वीकृति दे दी थी। उसके मुताबिक, इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बल्कि विशेषज्ञ कहते हैं कि इस तरह मां के शरीर की एंटीबॉडीज बच्चे के शरीर में जाएंगी जो कोविड के हमले की स्थिति में उसके शरीर को इससे लड़ने की शक्ति देंगी।
प्रश्न 3 : ऐसी महिलाओं को गर्भ के कौन से सप्ताह तक टीका लगवा लेना चाहिए ?
इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि गर्भ धारण के 28वें सप्ताह से पहले ही टीका लगवा लेना बेहतर होगा। टीका लेने में लंबे वक्त तक इंतजार करने से संक्रमण की चपेट में आने का खतरा रहेगा, जिससे प्रसव में समस्या आ सकती हैं और भ्रूण पर भी असर पड़ सकता है।
प्रश्न 4 : गर्भवती महिलाएं अगर बेड रेस्ट पर हैं तो क्या उन्हें टीका लगवाने की आवश्यकता है?
केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक, टीका लगवाने का निर्णय लेते समय डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर रहेगा। इसके अलावा, जो गर्भवती ऐसे इलाकों में रहती हैं जहां कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं या फिर जो महिलाएं घर में ज्यादा सदस्य होने की वजह से सामाजिक दूरी का पालन नहीं कर पा रही हैं, वे वैक्सीन जरूर लगवाएं।
प्रश्न 5 : किस तरह की स्वास्थ्य स्थिति वाली गर्भवतियों को टीके की सबसे ज्यादा जरूरत है ?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अगर गर्भवती की उम्र 35 साल से ज्यादा है, अगर महिला हाई ब्लड प्रेशर या मोटापे का शिकार है तो उन्हें गंभीर संक्रमण हो सकता है। इससे बचने के लिए इस तरह की स्वास्थ्य स्थितियों वाली महिलाओं को टीका जरूर लगवाना चाहिए। यह टीका कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन करके या टीकाकरण केंद्र पर जाकर रजिस्टर करके भी लिया जा सकता है।
प्रश्न 6 : अगर गर्भ धारण के दौरान ही किसी महिला को संक्रमण हो गया हो तो टीका कब लगवाएं?
इस तरह की स्थिति में महिला को प्रसव के ठीक बाद अपने चिकित्सक की सलाह लेकर कोरोनारोधी टीका लगवा लेना चाहिए जो उसे और नवजात को लंबे वक्त तक कोरोना संक्रमण की दोबारा चपेट में आने से बचाएगा।
प्रश्न 7 : टीका लगवाने के बाद किस तरह के हल्के प्रतिकूल प्रभाव नजर आ सकते हैं?
टीका लगवाने के बाद बुखार आना, सुई लगने की जगह पर सूजन जैसे लक्षण अधिकांश लोगों में देखे जाते हैं जो गर्भवतियों में भी एक से तीन दिन तक रह सकते हैं। इसके अलावा, कुछ दुर्लभ मामलों में (पांच लाख में से एक) में टीका लगने के बाद गर्भवती सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, पेट दर्द, लगातार उल्टी जैसे लक्षण महसूस कर सकती है जो टीका लगने के 20 दिन बाद तक हो सकते हैं।


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