भारत विविधताओं से भरा देश है. यहां आपको कई वर्ण, जाति और धर्म के लोग देखने को मिल जाते हैं. ऐसे में हर स्थान और समाज में रहन सहन और खान पीन में थोड़ा बहुत अंतर देखने को मिल ही जाता है. भारत में खासकर कि लोगों को खाने पीने का बड़ा शौक है. यहां आपको कई तरह के व्यंजन देखने को मिल जाएंगे. हालाँकि ‘रोटी और चावल’ दो ऐसी चीजें है जो लगभग हर शाकाहारी थाली में देखने को जरूर मिलता है. ऐसे में क्या आप ने कभी सोचा है कि भोजन शुरू करते समय आपको पहले रोटी खाना चाहिए या चावल? और ये दोनों चीजें कितनी मात्रा में लेना चाहिए? आज हम आपके सभी सवालों के जवाब देंगे.
उत्तर और दक्षिण भारत में है ये चलन
दरअसल उत्तरी भारत के इलाको में सब्जी के साथ पहले रोटी फिर चावल खाने का चलन है, जबकि दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में लोग पहले चावल फिर रोटी खाना पसंद करते हैं. वहीं महारष्ट्र के ब्राह्मण समुदाय में पहले ऐसी परंपरा थी या अभी भी कुछ हद तक है, जहां चावल और सादी दाल में घी डाल परोसा जाता है. जब चावल समाप्त हो जाए तो रोटी या पूड़ी खिलाई जाती है. इसके बाद फिर से थोड़ा सा दही चावल दिया जाता है. ऐसे में सवाल अभी भी बना हुआ है कि किस इलाके के लोगों का तरीका सही है.
रोटी और चावल के पौष्टिक गुण
पहले रोटी या चावल? इस सवाल का जवाब जानने के लिए चलिए पहले इन दोनों खाद्य पदार्थों के पौष्टिक गुणों पर एक नजर डाल लेते हैं. यदि आप 1/3 कप पका हुआ चावल खाते हैं तो उससे आपके शरीर को 80 कैलोरी, 1 ग्राम प्रोटीन, 0.1 ग्राम फैट और 18 ग्राम कार्बोहाइड्रेट प्राप्त होता है. वहीं 6 इंच के आकार की एक रोटी खाने पर आपको 71 ग्राम कैलोरी, 3 ग्राम प्रोटीन 0.4 ग्राम फैट और 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट मिलता है. इसके अतिरिक्त रोटी में विटामिन A, B1, B2, B3, कैल्शियम और आयरन भी मौजूद रहता है.
क्या पहले खाना सही?
दरअसल इस बात का जवाब इस बात पर भी काफी हद तक निर्भर करता है कि आप किस इलाके में रहते हैं और किस तरह का काम करते हैं. इसकी वजह ये है कि इंसान के शरीर की जरूरतें इस बात पर भी निर्भर करती है कि उसके आसपास का वातावरण कैसा है. मसलन उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों (जैसे राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश) में रहने वाले लोगों को पहले रोटी खाना चाहिए. वहीं दक्षिण भारत में रहने वाले पहले चावल खा सकते हैं. वहीं पहाड़ी इलाकों में दोनों में से कुछ भी पहले खाया जा सकता है.
हालाँकि इन सभी स्थिति में ये बात ज्यादा मायने रखती है कि आप रोटी और चावल कितनी मात्रा में खाते हैं. मसलन यदि आप शारीरिक मेहनत अधिक करते हैं तो आपको रोटी की मात्रा अधिक और चावल की कम खाना चाहिए. वहीं शारीरिक श्रम न करने वाले रोटी और चावल दोनों ही बराबर मात्रा में खा सकते हैं.
एक और काम की बात बता दें कि एक रोटी में एक कप से भी अधिक फाइबर होता है. यह फाइबर आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है. इसलिए पहले रोटी और फिर चावल खाना एक अच्छी आदत होती है.