सेहत का खजाना है कच्ची हल्दी इन बड़ी बीमारियों को देता है मात
सर्दियों में जुकाम, खांसी से लेकर स्वास्थ्य संबन्धी कई तरह की समस्याएं बढ़ती हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | सर्दियों में जुकाम, खांसी से लेकर स्वास्थ्य संबन्धी कई तरह की समस्याएं बढ़ती हैं. इनसे बचाव के लिए आमतौर पर कच्ची हल्दी को औषधि के तौर पर प्रयोग किया जाता है. लेकिन वास्तव में ये गुणों का खजाना है. ये हल्दी पाउडर से कहीं ज्यादा फायदेमंद होती है और सिर्फ सर्दियों में ही बाजार में उपलब्ध होती है. आयुर्वेद में कच्ची हल्दी को सूजन कम करने, सर्दी दूर करने, पाचन तंत्र को बेहतर बनाने, इम्युनिटी बढ़ाने, रक्त शुद्धि करने से लेकर कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने के लिए कारगर बताया गया है.
प्रोस्टेट कैंसर से करती बचाव
कच्ची हल्दी को पुरुषों मेंं होने वाले प्रोस्टेट कैंसर के लिए काफी फायदेमंद है. ये कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकती है, साथ ही उनका खात्मा भी करती है. इसके सेवन से ट्रयूमर से बचाव होता है.
गठिया के रोग में फायदेमंद
गठिया के रोग में वर्षों से इसका प्रयोग सूजन कम करने के लिए होता आ रहा है. ये जोड़ों का दर्द कम करने में कारगर है, साथ ही शरीर के प्राकृतिक सेल्स को खत्म करने वाले फ्री रेडिकल्स को खत्म करती है.
इम्यून सिस्टम को करती दुरुस्त
कच्ची हल्दी इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है. सर्दी के कारण होने वाले जुकाम, खांसी और बुखार से बचाती है. साथ ही एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होने के कारण ये फंगल इन्फेक्शन खत्म करती है.
हृदय रोग में लाभकारी
कच्ची हल्दी के नियमित सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है, इससे हृदय संबन्धी तमाम परेशानियों का रिस्क कम होता है.
इंसुलिन को करती संतुलित
कच्ची हल्दी इंसुलिन को संतुलित करती है. ग्लूकोज को नियंत्रित करती है. इसलिए ये डाइबिटीज के रोगियों के लिए भी काफी फायदेमंद है. कई शोध में सामने आया है कि हल्दी लिवर के लिए भी काफी फायदेमंद है. ये लिवर के फंक्शन को बेहतर बनाती है.