किशमिश ड्राइ फ्रूट जबकि मुनक्का दवाई का स्वरूप, जानिए फायदे
किशमिश ड्राइ फ्रूट
किशमिश को ड्राई फ्रूट (Dry Fruit) के तौर पर कंज्यूम किया जाता है तो वहीं मुनक्के को दवाई (Medicine) की श्रेणी में रखा गया है. दोनों स्वाद में मीठे होते हैं और हमारे शरीर में कई तरह की कमियों (Deficiency) को ठीक करने में कारगर हैं.
किशमिश कैसे फायदेमंद?
विटामिन बी6 (Vitamin B6) का अच्छा सोर्स होने के साथ-साथ किशमिश में प्रोटीन (Protein), आयरन (Iron), फाइबर (Fiber), कैल्शियम (Calcium), मैग्नीशियम (Magnesium), पोटैशियम (Potassium), कॉपर (Copper) और मैंगनीज (Manganese) होता है. रोज 10 से 12 किशमिश के स्वाद से आपकी सेहत में कई अच्छे बदलाव आएंगे.
- फॉस्फोरस, कैल्शियम और पोटैशियम की भरपूर मात्रा होने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से होता है.
- रोजाना किशमिश का सेवन पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ाने में कारगर साबित होगा.
- किशमिश में फाइबर की अच्छी मात्रा होने से कब्ज (Constipation) की समस्या दूर रहती है.
- अपना वेट लॉस (Weight Loss) करने के लिए रोजाना किशमिश को भिगोकर खाएं.
- किशमिश खाने से कैविटी की समस्या भी दूर रहती है क्योंकि इसमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स (Phytonutrients) होता है जिससे दांत और मसूड़े सुरक्षित और मजबूत रहते हैं.
- कैल्शियम की मात्रा होने के कारण इसका सेवन हड्डियां और दांत मजबूत करने में सक्षम है.
मुनक्का कैसे होता है फायदेमंद?
आयरन (Iron) और फाइबर (Fiber) के अलावा मुनक्के में कैल्शियम (Calcium), पोटैशियम (Potassium), मैग्नीशियम (Magnesium), बीटा कैरोटीन (Beta Carotene), एंटी बैक्टीरियल (Anti Bacterial) तत्व होते हैं. रोजाना 4-5 मुनक्के आपकी सेहत में चार चांद लगा सकते हैं.
- नाइट्रिक ऑक्साइड होने के कारण मुनक्के का सेवन लो बीपी (Low BP) को बढ़ाने में मददगार होता है. लेकिन हाई बीपी (High BP) वाले लोग इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना ना भूलें.
- महिलाओं को एनीमिया (Anemia) से बचने के लिए मुनक्के का सेवन करना चाहिए क्योंकि इसमें आयरन भरपूर मात्रा में होता है इसलिए ये खून की पूर्ति करने में सक्षम होता है.
- कोलेस्ट्रॉल लेवल (Cholesterol Level) को नियंत्रण में रखने के लिए मुनक्के का सेवन एक अच्छा विकल्प है.
- मुनक्के में फाइबर होता है जो कि पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है.
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भिगोकर खाने से बढ़ता है असर
किशमिश हो या मुनक्का दोनों को ही भिगोकर खाने से इनकी तासीर सामान्य हो जाती है और इनके पोषक तत्वों में भी बढ़ोतरी होती है. रात में भिगोगर सुबह सेवन करने से आपको इनका अत्यधिक फायदा देखने को मिलेगा. लेकिन दोनों में शुगर की मात्रा ज्यादा होने के कारण डायबिटीज के रोगियों को इनके सेवन से नुकसान पहुंच सकता है.
दोनों में क्या है अंतर?
- किशमिश का रंग हल्का जबकि मुनक्के का रंग गाढ़ा होता है.
- मुनक्का किशमिश से बड़ा होता है.
- किशमिश में बीज नहीं होते हैं जबकि मुनक्कों में काफी बीज होते हैं.
- किशमिश छोटे अंगूरों को सुखाकर बनाई जाती है लेकिन मुनक्कों को पके हुए और बड़े अंगूरों को सुखाकर बनाया जाता है.