रिबॉन्डिंग स्मूदनिंग व प्रेसिंग वाले बालों की करें सुरक्षा

Update: 2024-05-19 10:08 GMT
लाइफस्टाइल: रिबॉन्डिंग, स्मूदनिंग व प्रेसिंग वाले बालों की करें सुरक्षा  रिबॉन्डिंग, स्मूदनिंग व प्रेसिंग करवाने के बाद बालों को कैसे रखें सुरक्षित। बता रही हैं पर्प सैलून की मेकअप एंड हेयर एक्सपर्ट अर्पणा सोनी-बालों की सुंदरता बनाए रखने के लिए आजकल महिलाएं रिबॉन्डिंग, स्मूदनिंग या प्रेसिंग तो करवाती हैं पर इसकी देखभाल सही रूप से नहीं कर पाती हैं। हेयर एक्सपर्ट अर्पणा सोनी कहती हैं कि रिबॉन्डिंग, स्मूदनिंग या प्रेसिंग करवाने के बाद के केअर टिप्स जानने से पहले यह जरूरी है कि आप इन तीनों के बीच का अंतर समझें। अगर आप इस अंतर को समझ पाएंगी, तभी आपको पता होगा कि आपके लिए कौन सा ट्रीटमेंट सबसे अच्छा रहेगा।
हेयर स्मूदनिंग
हेयर स्मूदनिंग से आपके बाल सीधे और सिल्क की तरह कोमल हो जाते हैं। इस उपचार से आपके बालों की प्राकृतिक बनावट में कोई बदलाव नहीं आता, लेकिन बाल कोमल, चमकदार हो जाते हैं और आपको इन्हें संभालने में भी आसानी हो जाती है। बालों का टेक्सचर पहले की तरह बना रहता है। स्मूदनिंग का असर लगभग 6 महीनों तक रहता है।
हेयर रिबॉन्डिंग
रिबॉन्डिंग एक ऐसा उपचार है, जिससे आपके बाल सीधे हो जाते हैं और यह स्मूदिंग के मुकाबले थोड़े लंबे समय तक बालों में रहता है। इस उपचार में बालों की प्राकृतिक बनावट बदलती है और आपके बालों के बॉन्ड में भी बदलाव आता है।
हेयर स्ट्रैटनिंग
हेयर स्ट्रैटनिंग और हेयर रिबॉन्डिंग का काम एक ही होता है, बस फर्क इनकी अवधि में होता है। हेयर स्ट्रैटनिंग का असर रिबॉन्डिंग से भी कम समय तक होता है। रिबॉन्डिंग कम से कम एक साल तक रहती है, वहीं स्ट्रैटनिंग सिर्फ 5-6 महीनों तक रहती है। इस उपचार में भी बालों की प्राकृतिक बनावट में बदलाव आते हैं।
करें देखभाल
यहां हम दे रहे हैं ऐसे टिप्स, जिनसे आप बालों की रिबॉन्डिंग, स्मूदनिंग या स्ट्रैटनिंग के बाद उनकी सुरक्षा कर सकते हैं।
बालों के लिए शैम्पू और कंडीशनर इसमें से कोई भी उपचार करवाने के बाद आपको किसी ऐसे शैम्पू या कंडीशनर का इस्तेमाल करना है, जो खास रासायनिक तरीके से उपचार किए गए बालों के लिए बने हों। इससे आपके उपचार का असर बालों पर लंबे समय तक रहेगा और किसी भी अन्या रासायनिक उत्पाद का असर आपके बालों पर कम होगा।
6 महीनों तक किसी रासायनिक उत्पाद का इस्तेमाल ना करें
एक बार जब आपने इनमें से कोई भी उपचार करवा लिया हो तो आपको कम से कम 6 महीनें तक अन्य कोई और रासायनिक उपचार नहीं करवाना चाहिए। ध्यान रहे कि इन स्टाइलिंग में भी कैमिकल का ही प्रयोग होता है। ऐसे में
ज्यादा और अलग-अलग कैमिकल का प्रयोग बालों को नुकसान पहुंंचा सकता है।
गर्म पानी से बाल ना धोएं गर्म पानी से बाल कम-से-कम धोएं, क्योंकि इससे आपके बालों की नमी कम हो सकती है और आपके बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं। अगर आप ठंडे पानी का इस्तेमाल नहीं करना चाहतीं तो हल्के गर्म पानी का ही इस्तेमाल करें।
बालों को रोज शैम्पू ना करें बालों को रोज धोने से उनकी नमी खत्म हो जाती है। बाल रोज धोने की जगह एक दिन छोड़कर धोने चाहिए। अगर किसी कारण आपको अगले दिन ही बाल धोने की जरूरत पड़ रही है तो उन्हें शैम्पू की जगह कंडीशनर से साफ करने चाहिए। इससे आपके बालों से सारा गंदी निकल जाएगी और वे हाइड्रेटेड भी रहेंगे।
समय-समय पर बालों को ट्रिम करवाते रहें अपने बालों को डैमेज होने और स्प्लिट एंड से बचाकर रखने के लिए थोड़े-थोड़े समय पर बालों की ट्रिमिंग करवाते रहें। अगर ठीक समय पर खराब बालों पर ध्यान ना दिया जाए तो यह बाकी के बालों पर असर डाल सकते हैं और आपके बालों को बहुत खराब कर सकते हैं।
आसपास के वातावरण का ख्याल रखें धूप में लंबे समय तक संपर्क और प्रदूषण जैसे खराब वातावरण से आपको अपने बालों को बचाना चाहिए, क्योंकि इससे आपके रासायनिक उत्पादों से उपचार किये गए बालों पर बहुत असर पड़ सकता है। जब भी जरूरत हो आप अपने बालों को किसी कपड़े से ढकें। 7. मोटी कंघी का इस्तेमाल करें अपने बालों की उलझनें खोलने के लिए मोटी कंघी का इस्तेमाल करें। मोटी कंघी बालों पर सौम्य महसूस होगी और आपको दर्द भी नहीं होगा। घुंघराले बालों के लिए प्लास्टिक की जगह लकड़ी की कंघी का इस्तेमाल करें।
हेयर ट्रीटमेंट आपके बालों की ग्रोथ पर निर्भर करता है। हेयर स्मूथनिंग और हेयर रिबॉन्डिंग से बालों में जहां प्राकृतिक लुक आता है, वहीं स्ट्रैटनिंग बहुत नकली सा लगने लगता है।
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