बेबी केयर Baby Care: आज के वक्त में काफी कम उम्र जैसे तीन से चार साल के बच्चों में भी फोन की लत देखी जा सकती है. मोबाइल का लगातार इस्तेमाल करने से बड़ों तक की सेहत पर बुरा असर पड़ता है तो फिर बच्चों के लिए तो ये और भी ज्यादा नुकसानदायक है.
बच्चों को फोन से दूर रखना ही बेहतर होता है. आजकल ऐसे कई केस देखने में आ रहे हैं कि बच्चों को फोन पर गेम खेलने की ऐसी लत होती है कि उनके सोचने-समझने की शक्ति तक पर बुरा असर होने लगता है. भले ही बच्चों के लिए फोन में कंटेंट का Security फीचर ऑन कर दिया जाए फिर भी इस लत से उनके दिमाग के साथ ही पूरे शरीर पर बुरा असर पड़ता है और उन्हें कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं.
रूटीन खराब होना
मोबाइल चलाने की आदत का सबसे बुरा असर होता है कि रूटीन खराब हो जाता है. कई बार बच्चे देर रात तक फोन चलाते रहते हैं और इस वजह से उनकी नींद का पैटर्न खराब हो जाता है जो मूड स्विंग, चिड़चिड़ेपन की वजह बनता है और इस वजह से बच्चे का शारीरिक विकास भी प्रभावित हो सकता है.
बॉडी पोस्चर खराब होना
बच्चे हो या फिर बड़े अगर जब कोई फोन चलाता है तो वो घंटों तक एक ही पोजीशन में रहता है. जिसकी वजह से बॉडी पोस्चर खराब हो सकता है और कंधे, गर्दन, पीठ, कमर की मांसपेशियों में अकड़न दर्द की समस्या हो सकती है.
व्यवहार खराब होना
लगातार मोबाइल चलाने की वजह से बच्चे के मूड पर असर पड़ता है और कई बार वह फोन में ऐसी चीजें देख लेते हैं जो उनके व्यवहार पर भी बुरा असर डालती हैं. जब बच्चे को फोन की लत लग जाती है तो उसके व्यवहार में आक्रामकता आ सकती है.
आंखों को नुकसान
छोटे बच्चों में भी अब नजर कमजोर होने के मामले काफी ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. इसके पीछे की वजह ज्यादा पढ़ाई करना या फिर हेल्थ प्रॉब्लम नहीं बल्कि ज्यादातर मामलों में फोन और टीवी देखने की लत की वजह से नजर कमजोर हो जाती है.
पियर प्रेशर में आना
फोन चलाने की वजह से बच्चे पियर प्रेशर की समस्या से भी जूझते हैं.दरअसल जब बच्चे फोन चलाते हैं तो उसमें भी कई ऐसी एड आती हैं जिनमें अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट दिखाए जाते हैं और बच्चे पियर प्रेशर में आकर उसकी मांग करने लगते हैं.
बुरी आदतें लगने का डर
वैसे तो फोन में कई ऐसे फीचर आ गए हैं जिससे बच्चे सेफ गेमिंग या Social media यूज कर सकते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में लोग ये फीचर ऑन करके नहीं रखते हैं और ऐसे में बच्चे को बुरी आदतें लगने का डर रहता है. इसलिए जितना हो सकते बच्चे को फोन से दूर रखना चाहिए और इसकी बजाय उन्हें आउटडोर गेम खेलने की आदत डालें.