खाना कहने के बाद हर किसी को कुछ न कुछ मीठा खाना होता है। ऐसे में जरूरी तो नही की हलवा ही बनाया जाये या बाहर से ही कुछ मंगवाया जाये। आज हम आपको एक ऐसी ही डिश बतायेंगे जो की आपकी मीठा खाने की ख्वाइश को भी पूरा करेगी और साथ ही आपकी सेहत का भी ख्याल रखेगी। परवल की बर्फी उत्तर भारत में सबसे ज्यादा बनाई जाती है। इसका मीठा और क्रंची स्वाद सभी को पसंद आता है। तो आइये जानते है इसको बनाने की विधि के बारे में...
* आवश्यक सामग्री:
- परवल छिले और बीच से चीरा लगाए हुए - 250 ग्राम -मावा- 1 कप
- शक्कर - 1 1/2
- कप हरी इलायची - 1/4 चम्मच
- बादाम - 10
- पिस्ता - 10
- मिल्क पावडर - 2 चम्मच
- सोडा बाइकार्बोनेट - चुटकीभर
- केसर - चुटकीभर
* बनाने की विधि:
-सबसे पहले स्टफिंग बनाएंगे, जिसके लिये खोए को एक पैन में रोस्ट करने के लिये रखेंगे।
-फिर उसमें आधा कप शक्कर मिलाएं और आंच चालू रखेंगे।
-एक दूसरे पैन में बची हुई शक्कर और एक कप मिक्स कर के पतली चाशनी तैयार करेंगे।
-खोए में हरी इलायची मिला कर मिक्स करेंगे। अब खोए के नीचे आंच बंद कर के उसे उतार लें और उसमें बारीक कटे बादाम और पिस्ते मिलाएं।
-उसके बाद इसमें मिल्क पावडर भी मिलाएं। फिर इस मिश्रण को एक प्लेट पर निकालें और ठंडा होने के लिये रख दें। अब हम परवलों को उबालने की तैयारी करेंगे।
-इसके लिये एक गहरे पैन या भगौने में पानी भर लेंगे और उसमें सोडा बाइर्कोनेट मिक्स करेंगे। जब पानी उबलने लगेगा तब उसमें परवल डाल कर 2-3 मिनट तक पकाएंगे और गैस बंद कर देंगे।
-फिर परवलों को निकाल कर उसमें से पानी निथार लें। फिर इन परवलों को एक तार वाली चाशनी में लगभग 1 घंटे तक ढंक कर रखें, जिससे वह पूरी तरह से मीठे हो जाएं।
-आप देखेंगी कि परवल का रंग बदल जाएगा। उसके बाद परवल निकालें और उसमें से चाशनी को निथार लें।
-फिर उसमें खोए का मिश्रण भरें और ऊपर से केसर के धागे लगा कर सजाएं।
-अब आप इन्हें महमानों को सर्व कर सकती हैं। इस मिठाई को फ्रिज में रख कर एक हफ्ते तक बड़े ही आराम से खाया जा सकता है।