Parenting पेरेंटिंग: बच्चे की त्वचा पर रैशेज हो गए हैं, तो माता-पिता उन्हें राहत देने के लिए कई घरेलू नुस्खे अपना सकते हैं। हालांकि, गंभीर या लंबे समय तक चलने वाले रैशेज के मामले में डॉक्टर की सलाह लेना सबसे अच्छा होता है। लेकिन हम आपको आज यहां कुछ घरेलू नुस्खे दिए गए हैं जो आम रैशेज के इलाज में मदद कर सकते हैं:
ओटमील बाथ (Oatmeal Bath)
ओटमील त्वचा को सुकून देने और खुजली को कम करने में मदद करता है। गुनगुने पानी में 1 कप कच्चा डालें और बच्चे को इस पानी में 10-15 मिनट तक स्नान कराएं। Oatmeal
आलू का पेस्ट (Potato Paste)
आलू में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो रैशेज को शांत कर सकते हैं। एक कच्चे आलू को छीलकर घिस लें और उसका पेस्ट प्रभावित त्वचा पर लगाएं। 15-20 मिनट बाद धो लें।
दही (Yogurt)
दही की ठंडक और प्रोटीन त्वचा को आराम देते हैं। ठंडे दही की एक पतली परत रैशेज पर लगाएं और 10-15 मिनट तक छोड़ें। फिर गुनगुने पानी से धो लें।
नीम का पेस्ट (Neem Paste)
नीम में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो त्वचा की समस्याओं को दूर कर सकते हैं। नीम की पत्तियों को पानी में पीसकर पेस्ट बनाएं और इसे रैशेज पर लगाएं। 20 मिनट बाद धो लें।
खीर का पेस्ट (Rice Flour Paste)
चावल का आटा त्वचा को शांत करता है और रैशेज को कम करता है। चावल का आटा और ठंडा पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे रैशेज पर लगाएं। सूखने पर धो लें।
हलक का तेल (Coconut Oil)
हलक का तेल त्वचा को मॉइश्चराइज करता है और खुजली को कम करता है। कुछ बूँदें हलक का तेल लें और प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। हलक का तेल लगाने से पहले सुनिश्चित करें कि त्वचा साफ हो।
एलोवेरा (Aloe Vera)
एलोवेरा में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और ठंडक देने वाले गुण होते हैं। ताजे एलोवेरा जेल को सीधे रैशेज पर लगाएं और कुछ देर बाद धो लें।
चाय के बैग (Tea Bags)
चाय में टैनिन्स होते हैं जो सूजन और खुजली को कम करने में मदद कर सकते हैं। इस्तेमाल किए हुए चाय के बैग को ठंडा करके रैशेज पर लगाएं और 10-15 मिनट के लिए छोड़ें।
सावधानियाँ:
-किसी भी घरेलू उपचार को लागू करने से पहले, छोटे क्षेत्र पर करें ताकि त्वचा की प्रतिक्रिया को समझा जा सके। परीक्षण
-यदि Rashes गंभीर, लगातार, या साथ में अन्य लक्षण (जैसे बुखार) दिखा रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इन घरेलू उपायों को अपनाकर आप अपने बच्चे की त्वचा को राहत दे सकते हैं, लेकिन सबसे अच्छा होता है कि यदि समस्या बनी रहे या बढ़े, तो पेशेवर चिकित्सा सलाह लें।