ना जिम ना डाइटिंग, बस गर्मियों में अपनाएं ये 4 आयुर्वेदिक टिप्स, मोटापे से मिलेगी निजात
आइए जानते हैं वो आयुर्वेदिक टिप्स
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गर्मी के मौसम में वजन बढ़ता है। इसके पीछे वजह होती है सुस्ती जिसकी वजह से हम वर्कआउट , जिम करना बंद कर देते हैं। जिसकी वजह से कैलोरी बर्न नहीं होती है और वजन बढ़ता जाता है। बढ़ते हुए वजन को बिना एक्सरसाइज किए कंट्रोल कर सकते हैं। बस 4 आयुर्वेदिक टिप्स फॉलो करने पड़ेंगे। जिसे आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर दीक्षा भावसार ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। आइए जानते हैं वो आयुर्वेदिक टिप्स
1. हैवी ब्रेकफास्ट को छोड़े
कहा जाता है कि सुबह का पहला भोजन यानी नाश्ता हैवी लेना चाहिए, लेकिन गर्मी के मौसम में इस लाइन को बिल्कुल फॉलो नहीं करना चाहिए। गर्मी के दौरान पाचन क्षमता (अग्नि) तुलनात्मक रूप से कम होती है। तो भारी भोजन करने से वजन बढ़ सकता है। इसलिए सुबह में
अगर आपको भूख नहीं हैं तो नाश्ता स्कीप कर दें या फिर हैवी ब्रेकफास्ट की बजाय फल, सब्जियों के जूस, नट्स जैसे को लें।
2. इन्फ्यूज्ड ड्रिंक या फिर हर्बल चाय को लें
जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, हमारे शरीर को होमोस्टैसिस को बनाए रखने के लिए अधिक पानी और ठंडे पेय पदार्थों की आवश्यकता होती है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप मिट्टी के बर्तन में रखा पानी पीए। इसके अलावा कार्बोनेटेड ड्रिंक की जगह दीना, धनिया, ककड़ी जैसी ठंडी जड़ी-बूटियों से युक्त पेय पिएं। इसके अलावा हिबिस्कस, पुदीना, जीरा, सौंफ, धनिया, कैमोमाइल, गुलाब, लैवेंडर, ब्राह्मी जैसी हर्बल चाय को लें। यह आपका वजन कम करेगा और अंदर से आपको शांत रहने में मदद मिलती है।
3. फलों के रस से अधिक फल चुनें
गर्मी के मौसम में कई स्वादिष्ट फल मिलते हैं। हम अक्सस ठंडे मिल्कशेक या फिर जूस पीते हैं। लेकिन दूध के साथ फल को मिलाकर मिल्कशेक बनाना आर्युवेद में गलत माना गया है।इसलिए सबसे अच्छा है इनसे बचें और अच्छी नींद और ठंडा होने के लिए सोते वक्त दूध पीएं। इसके अलावा फल अलग से खाए। या तो आप इसे नाश्ते में ले या फिर दोपहर में। फलों के रस में कम फाइबर, अधिक शुगर और ज्यादा कैलोरी होती है। जिसकी वजह से वजन बढ़ता है। इसलिए फल को चबाकर खाना आयुर्वेद में कहा गया है।
4. रात के खाने के बाद कुछ भी खाना बंद कर दें
गर्मी के दिनों में दिन लंबा और गर्म होता है जबकि रातें छोटी और ठंडी होती हैं। इसलिए लोग देर से सोते हैं । शाम और रात को वो ज्यादा वक्त बाहर गुजारतेहैं। अब जब आप देर तक जागते हैं तो रात में भूख महसूस कर सकते हैं। क्योंकि रात 10 बजे से 2 बजे तक पित्त प्रधान समय होता है जो भूख को प्रज्वलित करता है। यदि आप रात के खाने के बाद दोबारा खाना खाते हैं, तो इससे अपच और वजन बढ़ सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि रात का खाना जल्दी (सूर्यास्त से पहले या रात के 8 बजे तक) कर लें और फिर देर रात को खाने से बचें।