Monsoon Diet: अपने डाइट में शामिल करे ये आयुर्वेदिक हर्ब्स

Update: 2024-06-29 05:02 GMT
Monsoon Diet: देश के कई हिस्सों में मानसून की एंट्री हो गई है. झमाझम बरसात से मौसम खुशनुमा हो गया है. हालांकि, इस सीजन में बीमारियों (Seasonal Flu) का खतरा भी बढ़ गया है. बरसात (Monsoon) में इम्यूनिटी कमजोर होने से संक्रमण और बीमारियां बढ़ जाती हैं. इन आयुर्वेदिक हर्ब्स (Ayurvedic Herbs) को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें. इससे पूरे सीजन बीमारियों आपको छू भी नहीं पाएंगी.
अदरक Ginger
अदरक (Ginger) एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-वायरल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों वाली जड़ी-बूटी है. इसके सेवन से कई तरह की बीमारियां और संक्रमण दूर ही रहते हैं. गले की खराश से लेकर पाचन की समस्या तक में अदरक फायदेमंद होता है. बारिश के दिनों में हर दिन अदरक वाली चाय पीने से बीमार होने से बच सकते हैं.
हल्दी Turmeric
औषधीय गुणों वाली हल्दी (Turmeric) में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पहले से ही मौजूद होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर संक्रमण से लड़ने में मदद करती है. सर्दी-खांसी, गले में खराश या शरीर में सूजन है तो दूध में हल्दी मिलाकर पीने से राहत मिल सकती है.
गिलोय Giloy
गिलोय (Giloy) इम्यूनिटी को मजबूत करने वाली औषधी है. इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो सर्दी, बुखार और फ्लू के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकता है. मानसून में हर दिन गिलोय का काढ़ा बनाकर पीना फायदेमंद हो सकता है.
तुलसी Tulsi
आयुर्वेद में तुलसी (Tulsi) काफी गुणकारी औषधीय है. इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं, जो बारिश के मौसम में संक्रमण को दूर रखने में मदद कर सकते हैं. इससे कई बीमारियों से बच सकते हैं.
मुलेठी
बरसात के दिनों में खांसी, जुकाम, गले में खराश परेशान कर सकता है. इसके लिए एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों वाला मुलेठी Liquoriceकाम आ सकता है. इसे चाय या काढ़े में इस्तेमाल कर सकते हैं
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