गुलाब की पंखुड़ियों समान होंठ बनाते है आपको आकर्षक, इन्हें पाने के लिए करें ये उपाय
लड़कियों की चाहत होती है कि उनके होंठ गुलाब की पंखुड़ियों के समान गुलाबी और खिले-खिले रहे। क्योंकि होंठ ही चेहरे के आकर्षण का केंद्र बनते है और इनकी ख़ूबसूरती आपका रूप निखारने का काम करती हैं। अपने होंठों को गुलाबी बनाने के लिए लडकियाँ कई तरीके आजमाती हैं और केमिकल युक्त सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करती है। लेकिन आज हम आपके लिए कुछ ऐसे असरदार घरेलू उपाय लेकर आए है जिनकी मदद से आप अपने होंठों को गुलाब की पंखुड़ियों के समान गुलाबी बना सकेंगे।
* चुकंदर का रस होठों को गुलाबी बनाने के लिए औषधि के रूप में एक अचछा प्राकृतिक दवा है। चुंकदर का एक टुकड़ा या इसके रस को कुछ समय तक होठों पर लगाकर छोड़ दें। एक घंटा होने के बाद रस को साफ कर लें, धीरे-धीरे होंठ गुलाबी होने लगेंगे।
* गुलाबी होठ पाने के लिए रात को सोने से पहले एक रुई पर गुलाब जल डालकर अपने होठों पर लगाए।
* होठों को मेस्चराईजराईजेशन की जरूरत होती है। हमारे होठ काफी नाजुक होते हैं, जो हर बदलते मौसम के साथ रूखे और काले हो जाते है। इनमें ज्यादातर दरारें भी पड़ जाती है। इससे बचने के लिए होठों में वेसिलीन या पैट्रोलियम जैली लगाने के बाद हल्की मसाज करनी चाहिए। जिससे आपके होठ नरम मुलायम और सुंदर बन सकें।
* होठों की लालिमा कायम करने के लिए चीनी के साथ नारियल तेल की कुछ बूंदे डाल लें और ब्रश की सहायता से इससे धीरे-धीरे अपने लिप्स को स्क्रब करें। इससे होठों का कालापन दूर होगा और साथ में प्राकृतिक चमक भी मिलेगी।
* एक टूथब्रश लें और इसे होठों पर हल्के हाथों से रगड़ें। इससे आपके होठ की बाहरी परत से मृत कोशिकाएं निकल जाएंगी
* शहद में कई लाभ होते हैं। जो हमारी त्वचा में चमक और कोमलता वापस लाने के साथ होठों में भी गहरा असर भी डालते है। यह हानिकारक रसायनों के प्रभाव के बिना आपके होंठ को प्राकृतिक तरीके से नमी प्रदान कर उसे प्राकृतिक चमक प्रदान करता है। होठों को कोमल और सुंदर बनाता है।
* होठों के कालेपन को दूर करने के लिए और उन्हें सुखने से बचाने के लिए रोज अपने होठों पर रात को सोने से पहले बादाम का तेल लगाएं। बादाम का तेल लगाने से होठों का कालापन धीरे-धीरे खत्म हो जाता है।
* जब शरीर में पानी की कमी होती है तो इसका असर हमारी त्वचा और होठों पर भी पड़ता है। होठों को खूबसूरत बनाए रखने के लिए रोज कम से कम आठ से दस गिलास पानी पीना चाहिए।