नीम जूस के फायदे
ओन्लीमाईहेल्थ में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, नीम जूस शरीर में रक्त को साफ करता है. साथ ही यह बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है. यह बालों के गिरने, रूसी की समस्या को भी दूर करता है. यह कम उम्र में होने वाले सफेद बालों और गंजा होने से बचाता है. यदि आप नीम के जूस को स्कैल्प में लगाएंगे, तो ये हेल्दी रहेंगी. किसी भी तरह की फंगल इंफेक्शन दूर होगी.
यदि आप पीलिया, मलेरिया, डेंगू जैसे रोगों से पीड़ित हैं, तो नीम का सत या जूस इन रोगों के जोखिम को कम कर सकता है. इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज मलेरिया को अधिक गंभीर नहीं होने देते हैं, साथ ही लिवर को मजबूत बनाता है. पीलिया को ठीक करने के लिए नीम के जूस में थोड़ा सा शहद मिलाकर पिएं.
नीम का जूस पीने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. यह जूस एंटीवायरल की तरह काम करता है, ऐसे में वायरल बुखार में इसका सेवन कर सकते हैं. यह कार्डियक संबंधित समस्याओं को भी ठीक करता है.
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भी आप नीम का जूस प्रतिदिन पी सकते हैं. रात-दिन मोबाइल, कंप्यूटर का इस्तेमाल करके आंखों में दर्द, सूजन की समस्या होने लगती है. इनसे निकलने वाली ब्लू किरणें आंखों को नुकसान पहुंचाती हैं. आंखों की देखने की क्षमता प्रभावित होती है. नीम जूस पित्त और कफ दोष (Doshas) को बैलैंस करके पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करने का यह बेहतर और आसान तरीका है. यदि आप डायबिटीज से बचना चाहते हैं, तो प्रतिदिन नीम का थोड़ा सा जूस पीने से शुगर लेवल बहुत अधिक नहीं बढ़ेगा. इससे आपके डायबिटीज होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी. यदि डायबिटीज है, तो भी इसके सेवन से शुगर लेवल को मेंटेन रख सकते हैं.
नीम का पानी (Neem water) मुंहासों को भी दूर करता है. इस पानी से चेहरे को साफ करें. पानी से चेहरे को मसाज करने से चेहरे की नमी बरकरार रहती है. स्किन ग्लो बढ़ाता है. ब्लेमिशेज, दाग-धब्बे, एग्जिमा, फोड़ा-फुंसी दूर करता है.
गर्भावस्था के दिनों में नीम का पानी पीने से वेजाइना में होने वाले दर्द को कम करता है. डिलीवरी के बाद नीम का पानी कुछ दिन पीने से कई तरहे के इंफेक्शन से बचाव होता है. हालांकि, गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक नीम के जूस के सेवन से बचना भी जरूरी है.
दांतों और मसूड़ों से खून आने की समस्या दो दूर करता है. पानी में नीम की छाल, टहनियों या फिर पत्तियों को उबालें और इससे कुल्ला करें. इससे दांत और मसूड़े स्वस्थ बनेंगे.