जानिए क्यों आता है पसीने से बदबू
गर्मी का मौसम हो या मानसून का दिन शरीर में पसीना आना स्वभाविक सी बात है। कुछ लोगों के शरीर से पसीने की इतनी गंदी स्मेल आती है कि उनके साथ 2 मिनट बैठना कठिन हो जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गर्मी का मौसम हो या मानसून का दिन शरीर में पसीना आना स्वभाविक सी बात है। कुछ लोगों के शरीर से पसीने की इतनी गंदी स्मेल आती है कि उनके साथ 2 मिनट बैठना कठिन हो जाता है। ऐसे लोगों के लिए पसीने से आने वाली बदबू उन्हें अक्सर शर्मिंदगी का कारण बनना पड़ता है। इसलिए आज हम इस लेख में आपको बताने जा रहे हैं कि शरीर में पसीना क्यों आता है और इसके क्या कारण हो सकते हैं। साथ ही अगर शरीर में आ रहे पसीने की बहुत गंदी बदबू आती है तो यह किस बीमारी की ओर इशारा करता है।
शरीर से आने वाली बदबू क्या है
जब आपका पसीना त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया के साथ कांटेक्ट में आता है तो इससे पसीना में बदबू आने लगती है। आपको बता दें कि पसीने कि कोई अपनी स्मेल नहीं होती है लेकिन यह जब बैक्टीरिया से संपर्क में आती है तो दोनों मिलकर बदबू पैदा करते हैं। शरीर से मीठी, खट्टी और प्याज जैसी गंदी स्मेल आ सकती है। आपके पसीने की मात्रा आपके शरीर के महक को प्रभावित नहीं करती है। इसलिए किसी व्यक्ति को अगर पसीना नहीं भी आता है तो उसके शरीर से यह जरूरी नहीं है कि उसके शरीर से स्मेल आए। शरीर से आने वाले स्मेल इस बात पर निर्भर करता है कि आपके शरीर में कौन से बैक्टीरिया मौजूद है और यह पसीने से कैसे संपर्क करते हैं हमारे त्वचा के सता पर दो प्रकार की ग्रंथियां मौजूद होती है। जिन से पसीना आता है पहले ग्रंथियां को एक का क्राइम एक क्राइम ग्रंथियां कहा जाता है और दूसरे को अपोक्राइन और यही अपोक्राइन ग्रंथियां हमारे शरीर में स्मेल पैदा करने के लिए जिम्मेदार होती है
एक लाइन ग्रंथियां स्क्रीन की सतह पर पसीना पैदा करती हैं जैसे ही पसीना सूखता है हमारी शरीर ठंडी हो जाती है और बॉडी टेंपरेचर कंट्रोल हो जाता है यह ग्रंथियां बदबू पैदा नहीं करती है अपोक्राइन ग्रंथियां अपोक्राइन ग्रंथियां पसीने का उत्पादन करती है जो आपकी त्वचा पर बैक्टीरिया के कांटेक्ट में आने के बाद बदबू पैदा करती है छोटे बच्चों के में ग्रंथियां काम नहीं करती है क्योंकि जिसके कारण छोटे बच्चों के शरीर में बदबू नहीं आता