शादी के दौरान हर फेरे पर दुल्हन कहती ये खास बात जाने क्यों
शादी एक ऐसा रिश्ता है, जिसे अटूट समझा जाता है. हर फेरे पर जब दूल्हा-दुल्हन एक दूसरे को वचन देते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | शादी एक ऐसा रिश्ता है, जिसे अटूट समझा जाता है. हर फेरे पर जब दूल्हा-दुल्हन एक दूसरे को वचन देते हैं तो दोनों एक नए नए रिश्ते में प्रवेश कर रहे होते हैं. हर एक फेरे के साथ वर-वधू एक-दूसरे को एक नया वचन देते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि सात फेरों के वक्त दुल्हन हर फेरे पर क्या खास बात कहती है? सभी जानते हैं कि फेरों के दौरान दुल्हन बायीं और बैठती है. दरअसल बांयी और दुल्हन को बिठाने की पीछे भी कई वजह है. इसे वामांग भी कहा जाता है. इसका मतलब होता है कि पति का बायां भाग. तो चलिए जानते हैं कि इस दौरान दुल्हन क्या कहती है.
हर फेरे पर दुल्हन कहती हे ये खास बात
बता दें कि पुरुषों के दाएं और महिलाओं के बाएं हिस्से को शरीर विज्ञान और ज्योतिषों द्वारा शुभ माना गया जाता है. माना गया है कि महिलाओं का बायां हाथ ही हस्त ज्योतिष में भी देखा जाता है. कहा जाता है कि मनुष्य के शरीर का बायां हिस्सा खासतौर पर मस्तिष्क रचनात्मकता का प्रतीक होता है. वहीं दायां हिस्सा कर्म प्रधान होता है. यही कारण है कि जब सात वचन लिए जाते हैं तो हर वचन के बाद वधू कहती है कि 'मैं आपके वामांग में आना स्वीकार करती हूं'. यानी इस अर्थ होता है कि दुल्हन अपने वर के बायीं ओर आने को तैयार है.