जानिए प्रेग्नेंसी में क्यों आने लगते हैं ज्यादा खर्राटे?
हो सकता है आपको आज से पहले कभी खर्राटे न आए हों लेकिन अब प्रेग्नेंसी के दौरान आपको बहुत खर्राटे आ रहे हों. आंकड़े बताते हैं
हो सकता है आपको आज से पहले कभी खर्राटे न आए हों लेकिन अब प्रेग्नेंसी के दौरान आपको बहुत खर्राटे आ रहे हों. आंकड़े बताते हैं कि लगभग 50% गर्भवती महिलाओं को अधिक खर्राटे आते हैं. लेकिन क्या इस दौरान अधिक खर्राटे आना गलत है? दरअसल खर्राटों की आवाज गले में मौजूद सॉफ्ट टिशु की वजह से होती है. जब आपके गले का पैसेज अवरुद्ध होता है या इसी वजह से सिकुड़ जाता है जैसे कि ड्राई एयर की वजह से या किसी और वजह से तब खर्राटे आते हैं. हालांकि कुछ घरेलू टिप्स की मदद से आप इन खर्राटों से निजात भी पा सकती हैं.
खर्राटे दूसरी तिमाही में ज्यादा देखने को मिलते हैं. इसका एक कारण प्रेग्नेंसी हार्मोन्स का बढ़ जाना भी है. हेल्थलाइन के मुताबिक इस दौरान एजेस्ट्रॉन और प्रोजेस्ट्रॉन के कारण म्यूकस मेंब्रेन सूज जाती है. आइए जानते हैं सोते समय खर्राटों से कैसे बचा जा सकता है.
अपनी साइड पर सोएं
अगर कमर के बल सोती हैं तो इससे खर्राटे की समस्या और भी ज्यादा खराब हो सकती है. इसलिए या तो दाएं या फिर बाएं ओर मुंह करके ही सोएं.
सिर को थोड़ा ऊपर उठाएं
सोते समय पूरे शरीर को फ्लैट न रखें बल्कि सिर को थोड़ा ऊपर की ओर उठने की कोशिश करें. इसके लिए एक तकिया का प्रयोग कर सकती हैं. इससे एयरवे क्लियर होने में मदद मिलेगी.
ह्यूमिडीफायर का प्रयोग करें
ह्यूमिडीफायर का प्रयोग करने से हवा में मॉइश्चर एड होता है जिस कारण खर्राटे कम आने में मदद मिलती है.
नाक की स्ट्रिप्स का प्रयोग करें
ऐसी स्ट्रिप्स का प्रयोग करने से एयर वे थोड़े ज्यादा चौड़े हो जाते हैं जिस कारण खर्राटे न आने में मदद मिलती है. सलाइन नोज स्प्रे का प्रयोग भी किया जा सकता है.
अच्छा खाना खाएं
कई बार बहुत ज्यादा वजन बढ़ जाने के कारण भी खर्राटे आने लगते हैं इसलिए हेल्दी खाना खाएं ताकि केवल जितना वजन बढ़ना चाहिए उतना ही बढ़ सके और अनहेल्दी न हो सके