जानें क्या पीरियड्स में भी महिलाओं को रनिंग करना चाहिए?
पीरियड्स (periods) के दिन महिलाओं के लिए कष्टकारी होते हैं. शुरू के दो दिन महिलाओं को शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन दिनों में महिलाओं को पेट, कमर, पैर, सिर आदि में दर्द होता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पीरियड्स (periods) के दिन महिलाओं के लिए कष्टकारी होते हैं. शुरू के दो दिन महिलाओं को शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन दिनों में महिलाओं को पेट, कमर, पैर, सिर आदि में दर्द होता है. पेट में अजीब से दर्द के साथ ही सिर दर्द, थकान, उल्टी, जी मिचलाना, थकान, स्ट्रेस, खीज, चिड़चिड़ापन आदि भी महिलाओं को होता है. ऐसे में फिटनेस का ध्यान देने वाली महिलाओं के लिए बड़ा सवाल होता है कि क्या उनको ऐसे में रनिंग करना चाहिए.
हालांकि एक्सपर्ट्स की मानें तो पीरियड्स के दौरान महिलाओं को शारीरिक रूप से एक्टिव रहना चाहिए, हालांकि कुछ महिलाओं को इस दौरान बेहद दर्द होता है और बेड पर ही रहती हैं.हालांकि, कई महिलाएं कुछ हल्के-फुल्के एक्सरसाइज, योग या वर्कआउट करती हैं, ताकि पीरियड्स के दौरान आराम पहुंचे.
हर एक महिला के मन में लगभग के सवाल होता है कि प्रतिदिन वॉकिंग, रनिंग जैसे एक्सरसाइज करती हैं कि क्या पीरियड्स के दिनों में दौड़ना चाहिए. तो आइए जानते हैं कि पीरियड्स में रनिंग आपको करनी चाहिए कि नहीं…
पीरियड्स में दौड़ना चाहिए या नहीं (Running During Periods In Hindi)
अगर आप पीरिडस में भी दौड़ने वाली एक्टीविटी करना चाहती हैं तो ये आप कर सकती हैं. एक अध्ययन में भी यह बात सामने आई है कि पीरियड्स के दौरान 30 मिनट तक वर्कआउट करना चाहिए, इसको करने से शारीरिक दर्द से राहत मिलता है. इससे किसी प्रकार का शारीरिक नुकसान नहीं होता है. अगर आपको मासिक धर्म में कमर, जैसे दर्द से परेशान होती है, तो रनिंग या फिर वॉकिंग से आपको दर्द से आराम मिल सकता है. रनिंग एक हल्का व्यायाम होता है, जो शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, ऐसे में ये आराम दायक होगा, लेकिन जब भी आप ये एक्टीविटी करें तो लिक्विड जैसे जूस, पानी आदि का सेवन करना कभी भी ना भूलें.
पीरियड्स में दौड़ने के फायदे
आपको सुनने में अजीब लगेगा लेकिन ये सच है कि पीरियस में दौड़ने के भी फायदे होते हैं. आप पीरियड में दौड़ती हैं तो शरीर में एंडॉर्फिन हॉर्मोन का स्तर तेजी से बढ़ता है और ये दर्द को दूर करता है. जब आप रनिंग करती हैं तो ये हार्मोन का निर्भाण बढ़ता है, जो तनाव, थकान, शारीरिक दर्द को दूर करने में मदद करता है.
इतना ही नहीं अक्सर पीरियड्स में दर्द होने के कारण महिलाएं पूरे दिन लेटी रहती हैं,जिससे मांसपेशियां और सख्त हो जाती हैं जो शरीर को और कष्ट देती हैं. लेकिन दौड़ने से मांसपेशियां एक्टिव होती हैं, जिससे आपको काफी आराम मिलता है.
रनिंग करते हुए ध्यान में रखें ये बातें
अगर आप पीरियड्स के दौरान रनिंग कर रही हैं तो शरीर में पानी की कमी ना होने दें. ज्यादा से ज्यादा लिक्विड पदार्थ का सेवन करें. कभी भी आप लगातार नहीं दौड़ें. बीच में ब्रेक लेकर ही आप रनिंग करें. जहां तक हो हमेशा थोड़ी सी धीमी गति से रनिंग करें. पीरियड्स के दौरान हेल्दी और पौष्टिक तत्वों से भरपूर चीजें जैसे नट्स, हरी सब्जियां, फल, दाल आदि खाएं.