आयुर्वेद के अनुसार जानें क्या है खाना खाने का सही तरीका

Update: 2022-11-10 00:52 GMT

व्यक्ति को सेहतमंद बनाए रखने में उसकी ईटिंग हैबिट्स का बहुत बड़ा हाथ होता है। आयुर्वेद में हर चीज के खाने-पीने का समय मौसम और लोगों की शारीरिक बनावट के अनुसार तय किया गया है। आयुर्वेद के अनुसार जो लोग सही तरह से खाना खाते हैं वो लंबे समय तक फिट रहते हुए रोगों से दूर रहते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं आयुर्वेद के अनुसार व्यक्ति को फिट रहने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।

मौसम के अनुसार करें भोजन-

आयुर्वेद के अनुसार मौसम के अनुकूल भोजन करने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव होता है। उदाहरण के लिए गर्मियों में हल्का और जल्दी पचने वाला भोजन करना चाहिए। इस मौसम में तरल पदार्थों और ठंडी चीजों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। वहीं, सर्दियों के मौसम में ऐसी चीजें खाएं जो शरीर को गर्म रखें। सर्दियों में बासी और ठंडी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।

भोजन अच्छी तरह चबाकर खाएं-

कई बार लोग जल्दबाजी में खाना अच्छी तरह चबाकर नहीं खाते हैं। लेकिन आयुर्वेद की मानें तो भोजन हमेशा चबा-चबाकर खाना चाहिए। ऐसा करने से भोजन जल्दी और अच्छी तरह पच जाता है।

खाना खाते समय ना पिएं पानी -

आयुर्वेद के अनुसार, खाना खाते समय पानी नहीं पीना चाहिए। इससे खाना सही तरह से नहीं पचता है, जिससे उसे पचाने में ज्यादा समय लगता है। आयुर्वेद के अनुसार, भोजन करने से लगभग 40 मिनट पहले और भोजन करने के लगभग आधे घंटे बाद पानी पीना चाहिए।

खाने में होने चाहिए सभी 6 रस-

आयुर्वेद के अनुसार, भोजन में 6 रस शामिल होने चाहिए। ये 6 रस हैं- मधुर (मीठा), लवण (नमकीन), अम्ल (खट्टा), कटु (कड़वा), तिक्त (तीखा) और कषाय (कसैला)। शरीर की प्रकृति के अनुसार ही भोजन करना चाहिए। इससे शरीर में पोषक तत्त्वों का असंतुलन नहीं होता।

खाना खाने के बाद टहलना है जरूरी-

आयुर्वेद के अनुसार भोजन करने के बाद थोड़ी देर वॉक जरूर करनी चाहिए। खाना खाने के तुरंत बाद लेटने से खाना सही तरीके से नहीं पचता है, जिससे मोटापा और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा होती हैं।

खाने से जुड़ी इन जरूरी बातों का रखें ध्यान-

सब्जियों को ज्यादा न पकाएं।

चीनी की जगह शहद या गुड़, मैदे की जगह चोकरयुक्त आटा और दलिया खाएं।

अदरक का एक छोटा-सा टुकड़ा तवे पर भूननकर ठंडा कर लें। अब इस टुकड़े को थोड़ा-सा सेंधा नमक लगाकर खाना खाने से करीब पांच मिनट पहले खा लें। इससे भूख बढ़ती है और पाचन सही रहता है।

खाना हमेशा ताजा और गर्म होना चाहिए। यह पाचन के लिए बेहतर होता है।

आयुर्वेद में बताया गया है कि खाना हमेशा भूख का आधा खाना चाहिए। इससे वह आसानी से पच जाता है और शरीर में जरूरी पोषक तत्व अच्छे से घुल जाते हैं।


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