हल्दी में कौन से औषधीय गुण होते हैं, जानिए
घरों में प्रयोग होने वाली हल्दी में कई एंटीसेप्टिक, एंटीआक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपोनेंट होते हैं, जिनका प्रयोग दवाई के रूप में किया जाता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। घरों में प्रयोग होने वाली हल्दी में कई एंटीसेप्टिक, एंटीआक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपोनेंट होते हैं, जिनका प्रयोग दवाई के रूप में किया जाता है. आयुर्वेद में में भी हल्दी के गुणों का जिक्र किया गया है. रसोई में पाई जाने वाली हल्दी जितनी खाने का स्वाद व रंगत बढ़ाती है उतनी ही यह स्किन के लिए भी उपयोगी मानी गई है. हेल्थलाइन के मुताबिक हल्दी के नियमित सेवन से इम्यूनिटी बूस्ट होती है साथ ही स्किन की रंगत निखरने लगती है. हल्दी स्किन टाइप के अनुसार अपना असर दिखाती है. इसका प्रयोग कई तरीके से किया जा सकता है. चलिए जानते हैं कि हल्दी का इस्तेमाल किस प्रकार किया जाए जिससे सेहत और रंगत दोनों निखरें.
बेहतर इम्यूनिटी के लिए हल्दी वाला दूध
कोरोना काल से लगभग सभी के घरों में हल्दी का प्रयोग बढ़ गया है. फिर चाहे दूध में डालकर पीना हो या काढ़े में, हल्दी सभी के काम आई. शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए नियमित रूप से यदि हल्दी का दूध पिया जाए तो कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिखाई देने लगेगा. हल्दी एंटीआक्सीडेंट्स से भरपूर होती है जो शरीर में नए सेल्स डेवलप करने में मदद करती है. इन नए सेल्स के बनने के साथ ही शरीर की इम्यूनिटी बढ़ने लगती है.
फेस पैक से निखारें रंगत
हल्दी एंटीसेप्टिक होती है जो स्किन के लिए गुणकारी है. स्किन हेल्थ को सुधारने के लिए हल्दी फेस पैक का प्रयोग कर सकते हैं. यदि हल्दी को दही और शहद के साथ मिलाकर लगाया जाए तो स्किन एलर्जी से छुटकारा मिल सकता है. वहीं चेहरे की रंगत को निखारने के लिए हल्दी के साथ बादाम या चावल का आटा मिलाकर 10 मिनट के लिए लगाएं. इसके प्रयोग से इंस्टेंट ग्लो मिल सकता है.
टेबलेट में भी उपलब्ध
वर्तमान में हल्दी का प्रयोग इतना बढ़ गया है कि मार्केट में हल्दी की टेबलेट भी उपलब्ध हो गई हैं. टेबलेट के माध्यम से भी आप हल्दी का सेवन कर सकते हैं. आपतौर पर लोग आस्टियोआर्थराइटिस, फीवर, हाई कॉलेस्ट्रॉल व एंजाइटी को कम करने के लिए हल्दी का प्रयोग करते हैं. हल्दी की टेबलेट लेने से आप एक्स्ट्रा एफर्ट करने से बच जाएंगे और हल्दी के गुण भी आसानी से प्राप्त हो जाएंगे.