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अच्छे स्वास्थ्य के लिए पाचन तंत्र अच्छा होना चाहिए
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अच्छे स्वास्थ्य के लिए पाचन तंत्र अच्छा होना चाहिए. हम में से कई लोग जानते हैं कि पौष्टिक आहार खाने से हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है. इस एनर्जी को बनाने का काम डाइजेस्टिव सिस्टम का होता है. कहते हैं कि अगर आपका पाचन अच्छा है तो किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं होगी. लेकिन खराब लाइफस्टाइल और बाहर का अनहेल्दी और जंक फूज खाने से हमारा पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. इसकी वजह से कब्ज, अपच, गैस समेत अन्य बीमारियां हो जाती है.
हमारी लाइफस्टाइल की वजह से हमारे पाचन तंत्र में कई करह के बदलाव होते हैं. जब भी हम कुछ नया खाते हैं तो हमारा पाचन तंत्र अलग तरह से रिएक्ट करता है. इसके अलावा डाइजेस्टिव सिस्टम के बारे में कई तरह के मिथ को सुना है. जिस पर हम आसानी से भरोसा कर लेते है. आइए जानते है इन मिथ्स के बारे में.
कच्ची सब्जियां खाना सबके लिए फायदेमंद है
कच्ची सब्जियां खाना हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. लेकिन ये सबके लिए अच्छा नहीं होता है. जिन लोगों को पाचन तंत्र कमजोर होता है उन्हें कच्ची सब्जियां खाने से परहेज करना चाहिए. इसकी वजह से पेट फूलना, ऐंठन और दर्द की शिकायत हो सकती है. ऐसे लोगों को पक्की हुई सब्जियों का सेवन करना चाहिए.
पेट फूलना और ऐंठन होना आमबात है
पेट फूलना और ऐंठन होना सामान्य बात नहीं है. ये आपके खराब पाचन से संबंधित है. आमतौर पर लोग इसे सामान्य बात समझते हैं. इसके पीछे का कारण आपके आंत में सूजन और अन्य बीमीरियां हो सकती हैं.
शरीर में प्रोबायोटिक होना चाहिए
कई लोगों को लगता है कि शरीर में प्रोबायोटिक होने का मतलब है आप कितना भी किसी भी मात्रा में खा सकते हैं. क्योंकि प्रोबायोटिक्स फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है. लेकिन अगर किसी की आंत में डिस्बिओसिस है तो इस तरह की चीजें शरीर में आग का काम करती है. हिस्टामाइन वाले लोगों को भी प्रोबायोटिक वाली चीजें खाने से नुकसान हो सकता है.
मसालेदार चीजें से अल्सर होता है
मसालेदार भोजन की वजह से कुछ लक्षण जरूर दिख सकते हैं लेकिन अल्सर नहीं होता है. पेट में अल्सर मुख्य रूप से हेलिकोबैक्टर पाइलोरी बैक्टीरियां से होता है.
जितना फाइबर खाएंगे उतना बेहतर होगा
डाइटरी फाइबर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. लेकिन इससे इरिटेबल बाउसल सिंड्रोम (IBS) जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है. रोजाना 25 से 30 ग्राम फाइबरा का सेवन करना चाहिए. अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन करने से आंत में सूजन, ऐंठन, गैसी आदि समस्याएं हो सकती हैं.