जानें नमक और थायरॉइड का तालमेल
खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए नमक का सेवन रोजाना किया जाता है
खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए नमक का सेवन रोजाना किया जाता है. शायद ही ऐसा होगा कोई जिसने कभी नमक न खाया हो, कहते हैं शरीर में थायरॉइड की समस्या न हो इसके लिए हमें संतुलित मात्रा में नमक खाना चाहिए। दरअसल थायराइड हमारे शरीर में मौजूद एक ग्रंथि है, जिसके माध्यम से थायरोक्सिन (T4) और ट्राई-आयोडो-थायरोनिन (T3) नामक दो प्रकार के हार्मोन स्रावित होते हैं, जिसके माध्यम से हमारे शरीर का चयापचय नियंत्रित होता है। आइए जानते हैं कि नमक और थायरॉइड में क्या तालमेल है।
* थायरॉयड ग्लैंड क्या है?
थायराइड ग्रंथि हमारे गले में मौजूद होती है, आमतौर पर इसका वजन केवल 20 से 30 ग्राम होता है, फिर भी यह हमारे शरीर की सबसे बड़ी हार्मोन ग्रंथि है। इसमें T3 और T4 ग्रंथियां होती हैं, जिसके माध्यम से यह पाचन, शुगर कंट्रोल, हार्ट बीट को बनाए रखने में मदद करता है।
* थायरॉयड ग्रंथि में सूजन
यदि इस ग्रंथि में किसी भी प्रकार की सूजन हो जाती है तो इससे गाउट हो सकता है, जो आमतौर पर आयोडीन की कमी के कारण होता है। ऐसे में गला फूला हुआ दिखने लगता है और इस वजह से सांस की नली में दबाव आने लगता है और फिर सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. अगर थाइरॉइड जरूरत से ज्यादा बनने लगे तो यह कैंसर, स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा बीमारियों का कारण भी बन सकता है।
* नमक और थाइराइड आपसी मेल
घरेलू नमक, जिसे हम साधारण नमक भी कहते हैं, मुख्य रूप से सोडियम से बना होता है, अगर इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो थायराइड ग्रंथि को नुकसान होना तय है। हार्मोन के अधिक उत्पादन से हाइपरथायरायडिज्म जैसी समस्याएं हो सकती हैं।