जानिए एंग्जायटी डिसऑर्डर के लक्षण
एंग्जायटी को हम अक्सर तनाव या डिप्रेशन के साथ जोड़ देते हैं, लेकिन काफी कम लोग यह जानते हैं कि इन दोनों में अंतर होता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। एंग्जायटी को हम अक्सर तनाव या डिप्रेशन के साथ जोड़ देते हैं, लेकिन काफी कम लोग यह जानते हैं कि इन दोनों में अंतर होता है. किसी भी बात का तनाव होना शरीर का एक नेचुरल रिएक्शन होता है, जिसे एंग्जायटी कहा जा सकता है. एंग्जायटी डिसऑर्डर दिमाग के सबसे सामान्य विकारों में से एक है. इसमें घबराहट या परेशानी होती है.
किसी भी बात की चिंता अगर लगातार बनी रहे, तो वह आपके ऊपर हावी होने लगती है. इसका प्रभाव आपके दैनिक जीवन और रिश्तो पर पड़ सकता है, यही चिंता बढ़ कर एंग्जायटी डिसऑर्डर में तब्दील हो जाती है. एंग्जायटी डिसऑर्डर, एक आम मानसिक समस्या है, जिस के लक्षण हर व्यक्ति में अलग हो सकते हैं. एंग्जायटी डिसऑर्डर को समझना ज़रूरी है, ताकि आप उसका समाधान सही समय पर कर सकें.
एंग्जायटी डिसऑर्डर के लक्षण
वेबएमडी के मुताबिक इसके मुख्य लक्षणों में तनाव होना देखा जाता है.
व्यक्ति को लगातार घबराहट तनाव और बेचैनी महसूस होती है.
हर समय नकारात्मक विचार और खतरे का अहसास होना.
एक ही समस्या के बारे में बार-बार सोचते रहते हैं.
साउंड स्लीप नहींमिलती या सोने में समस्या आती है.
सामान्य से अधिक तेज सांस लेना या कई बार सांस लेने में समस्या होना.
दिल में घबराहट होना, जी मिचलाना, सिर चकराना और मुंह का बार-बार सूखना.
सामान्य स्थिति में भी हाथ या पैरों का ठंडा होना, पसीना आना या शरीर में झुनझुनी होना.
किसी भी वक्त मन शांत ना रह पाना.
किसी भी प्रकार से ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ होना.
एंग्जायटी डिसऑर्डर से निपटने के लिए लाइफस्टाइल कैसी हो?
– फिजिकल एक्टिविटी या वर्कआउट करते रहना चाहिए.
– अपना रूटीन ऐसा रखें कि आप किसी न किसी काम या एक्टिविटी में इंगेज रहें.
– अपनी नींद को प्राथमिकता दें. हर रोज 7 से 8 घंटे की नींद हर हाल में लें.
– स्वस्थ शरीर और मन के लिए अच्छी और हेल्दी डाइट लेना बेहद ज़रूरी है.
– अपनी डाइट में सब्जियां, फल, साबुत अनाज और मछली और अंडा जैसी शामिल कर सकते हैं.
– समस्या बनी रहे, तो बिना देर किए एक्सपर्ट की सलाह लें.
– इस समस्या को हल्के में लेते हुए खुद से किसी तरह के नुस्खे न आज़माएं.