जानिए प्रोसेस्ड मीट के साइड इफेक्ट्स

महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या को लेकर तमाम लोग कई तरह की बातें करते हैं.

Update: 2022-07-11 11:42 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या को लेकर तमाम लोग कई तरह की बातें करते हैं. लेकिन ये समस्या पुरुषों में भी हो सकती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें रिप्रोडक्टिव हेल्थ (Reproductive Health) का खयाल रखना जितना महिलाओं के लिए जरूरी होता है, उतना ही पुरुषों के लिए भी जरूरी है. गलत खानपान और रोजमर्रा की कुछ खराब आदतें सीधे पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी पर असर डालती हैं, जिसकी वजह से उनमें इनफर्टिलिटी (Infertility) की समस्या पैदा होती है. प्रोसेस्ड मीट खाने की आदत भी इन्हीं गलत आदतोंं में से एक है. प्रोसेस्ड मीट में बेकन, हैम, सालामी, हॉट डॉग और डिब्बा बंद मीट आते हैं.

दरअसल मीट के स्वाद को बढ़ाने के लिए उसे कई तरह की प्रोसेस से गुजारा जाता है, ऐसे में जिन लोगों को इसे खाने की आदत पड़ जाए, वो फिर इसे जल्दी छोड़ नहीं पाते. लेकिन प्रोसेस्ड मीट कई बीमारियों की वजह बन सकता है. यहां जानिए इसके साइड इफेक्ट्स के बारे में.
पुरुषों को करना पड़ता है सेक्शुअल समस्याओं का सामना
तमाम रिसर्च बताती हैं कि जो पुरुष अक्सर प्रोसेस्ड मीट खाना पसंद करते हैं, उन्हें इसके कारण कई बार सेक्शुअल समस्याओं का सामना करना पड़ता है. प्रोसेस्ड मीट के कारण पुरुषों में स्पर्म बनने में दिक्कत आती है. ये स्पर्म काउंट को कम करने के साथ उनकी गतिशीलता पर भी असर डालता है.
महिलाओं में बढ़ाता गर्भपात का खतरा
प्रोसेस्ड मीट सिर्फ पुरुषों के लिए ही समस्या पैदा नहीं करता, महिलाओं की सेहत के लिए भी ये अच्छा नहीं माना जाता. जो महिलाएं इसे अक्सर खाती हैं, उनमें इसके कारण ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है. इसके अलावा प्रेगनेंट महिलाओं में ये गर्भपात का रिस्क बढ़ा देता है.
कैंसर का खतरा
विशेषज्ञों की मानें तो रोजाना 50 ग्राम प्रोसेस्ड मीट खाने से कोलोरेक्टल कैंसर होने का रिस्क 18 फीसदी तक बढ़ जाता है. इतना ही नहीं, इसकी अधिकता व्यक्ति को मौत की दहलीज तक ले जा सकती है.
हृदय रोग का रिस्क बढ़ाता
अधिकतर प्रोसेस्ड मीट खाने वाले लोगों में बैड कोलेस्ट्रॉल तेजी से बढ़ता है. इसके कारण उनमें हार्ट से जुड़ी तमाम परेशानियां पैदा होती हैं. इसके अलावा कुछ स्टडीज बताती हैं कि जो लोग प्रोसेस्ड मीट खाने के आदी होते हैं, उनका रुझान स्मोकिंग की ओर भी बढ़ जाता है. ऐसे में उनमें इनफर्टिलिटी की समस्या के चांसेज दोगुने हो जाते हैं. साथ ही लंग्स और हार्ट की अन्य परेशानियां भी बढ़ने का खतरा होता है.
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