जानिए अश्वगंधा के साइड इफेक्ट्स
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला अश्वगंधा कई बीमारियों को दूर करता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला अश्वगंधा कई बीमारियों को दूर करता है. इसे विथानिया सोम्निफेरा के नाम से भी जाना जाता है. कई आयुर्वेदिक नुस्खों में भी अश्वगंधा का इस्तेमाल किया जाता है. इससे यौन शक्ति बढ़ती है. अगर नियमित रूप से अश्वगंधा का सेवन किया जाए तो स्पर्म की क्वालिटी बेहतर होती है. यह डाइजेशन की समस्या से राहत दिलाता है. अनगिनत फायदे देने वाले अश्वगंधा के कई साइड इफेक्ट्स भी हैं. हाइपोग्लाइसेमिक और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुणों वाला अश्वगंधा गर्भपात का कारण बन सकता है. अश्वगंधा के साइड इफेक्ट्स को देखते हुए इनसे बचने के उपायों के बारे में जानकारी होनी चाहिए.
अश्वगंधा के साइड इफेक्ट्स
स्टाइलक्रेज़ के मुताबिक प्रेग्नेंसी या ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान इसका सेवन करने से बच्चे को नुकसान पहुंचता है. अश्वगंधा युक्त चीजों का ज्यादा सेवन करने से लिवर डैमेज हो सकता है. अश्वगंधा ब्लड शुगर का स्तर काफी कम कर सकता है. हाइपरथायरायडिज्म को बढ़ाने का जिम्मेदार अश्वगंधा हो सकता है. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल से जुड़ी समस्याओं के बढ़ने का कारण अश्वगंधा का ज्यादा सेवन हो सकता है.
परेशानी से बचने के उपाय
प्रेग्नेंसी के दौरान अश्वगंधा का सेवन भूलकर भी न करें.
थायराइड की समस्या है तो अश्वगंधा के प्रोडक्ट्स से पहरेज करें.
अगर ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो अश्वगंधा लेने से बचें.
अगर डायबिटीज की दवाएं ले रहे हैं तो अश्वगंधा से पहरेज करें.
प्रोटेस्ट कैंसर वाले रोगियों को अश्वगंधा नहीं लेना चाहिए.
सावधानी बरतनी जरूरी
अश्वगंधा की जड़ का अर्क का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
आहार में अश्वगंधा को एक ग्लास पानी के साथ ही लें.
अश्वगंधा की सही खुराक डॉक्टर से पूछकर ही लें.
अश्वगंधा से कई बिमारियों का उपचार किया जाता है, लेकिन इससे जुड़े साइड इफेक्ट्स को बिलकुल भी नजर अंदाज नहीं करना चाहिए. इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.