जानिए मदर्स डे का इतिहास, महत्व और इस खास दिन से जुड़ी कहानी

मां और बच्चे का रिश्ता दुनिया में सबसे अहम और अनमोल होता है। मां से रिश्ता होने के बाद ही एक बच्चा बड़ा होने तक अपने जीवन में कई और रिश्तों को अपना सकता है।

Update: 2022-05-06 09:49 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मां और बच्चे का रिश्ता दुनिया में सबसे अहम और अनमोल होता है। मां से रिश्ता होने के बाद ही एक बच्चा बड़ा होने तक अपने जीवन में कई और रिश्तों को अपना सकता है। मां की ममता और प्यार हर इंसान के लिए बहुत जरूरी होती है। मां बच्चे की इस जरूरत को बिना किसी स्वार्थ के पूरा करती है। वैसे तो मां अपने बच्चे पर अपना पूरा जीवन कुर्बान कर देतीं हैं। बच्चे की खुशी में खुश और तकलीफों में दर्द बांटती है। ऐसे में बच्चे अपनी मां के लिए कुछ खास करना चाहते हैं। मां की इसी ममता और प्यार को सम्मान देने के लिए एक खास दिन होता है। इस दिन को मदर्स डे कहते हैं। हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। इस साल 8 मई को मदर्स डे मनाया जा रहा है। लोग इस दिन अपनी मां को खास महसूस कराकर उन्हें यह बताने की कोशिश करते हैं कि उनके जीवन में मां की क्या भूमिका है और वह भी मां से प्यार करते हैं। मदर्स डे भारत में ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि मदर्स डे मई माह के दूसरे रविवार को ही क्यों मनाया जाता है? मदर्स डे मनाने की शुरुआत कब से और क्यों हुई? चलिए जानते हैं मदर्स डे का इतिहास, महत्व और इस खास दिन से जुड़ी कहानी।

मदर्स डे कब मनाया जाता है?
मदर्स डे दुनिया भर में मई महीने के दूसरे रविवार के दिन मनाया जाता है। साल 2022 में मदर्स डे 8 मई को मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने की शुरुआत औपचारिक तौर पर 1914 में हुई थी।
सबसे पहले मदर्स डे किसने मनाया?
दरअसल, मदर्स डे मनाने की शुरुआत एना जार्विस नाम की एक अमेरिकी महिला ने की थी। एना अपनी मां को आदर्श मानती थीं और उनसे बहुत प्यार करती थीं। जब एना की मां की निधन हुआ तो उन्होंने कभी शादी न करने का फैसला करते हुए अपनी मां के नाम अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने मां को सम्मान देने के लिए मदर्स डे मनाने की शुरुआत की। उन दिनों यूरोप में इस खास दिन को मदरिंग संडे कहा जाता था।
मई में रविवार को ही क्यों मनाते हैं मदर्स डे?
एना के इस कदम के बाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने औपचारिक तौर पर 9 मई 1914 में मदर्स डे मनाने की शुरुआत की। इस खास दिन के लिए अमेरिकी संसद में कानून पास किया गया। जिसके बाद मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का फैसला लिया गया। बाद में मदर्स डे को मई के दूसरे रविवार के दिन मनाने की स्वीकृति अमेरिका समेत यूरोप, भारत और कई अन्य देशों ने भी दी।
मदर्स डे मनाने की वजह?
अपनी मां को खास महसूस कराने, उनके मातृत्व और प्यार को सम्मानित करने के उद्देश्य से बच्चे मदर्स डे मनाते हैं। पिछले कुछ दशकों में मां को समर्पित इस दिन को बहुत खास तरीके से मनाया जाता है। इस दिन लोग अपनी मां के साथ समय बिताते हैं। उनके लिए गिफ्ट या कुछ सरप्राइज प्लान करते हैं। पार्टी का आयोजन करते हैं और मां को बधाई देते हैं उनके प्रति अपने प्यार और लगाव को जाहिर करते हैं।
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