जानिये प्रदोष व्रत की तारीख और मुहूर्त

Update: 2023-05-29 16:13 GMT
सनातन धर्म में कई सारे व्रत हैं जो शिव शंकर की पूजा को समर्पित हैं इन्हीं में से एक हैं प्रदोष व्रत जो हर माह पड़ता हैं इस दिन भक्त भगवान शिव की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं पंचांग के अनुसार प्रदोष व्रत हर माह की त्रयोदशी तिथि पर किया जाता हैं इस बार जून का पहला प्रदोष व्रत गुरुवार को पड़ रहा हैं जिसे गुरु प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा हैं।
इस दिन भगवान शिव के संग माता पार्वती की प्रदोष काल में पूजा करने से उत्तम फलों की प्राप्ति होती हैं और मनचाहा वरदान भी मिलता हैं इस बार पड़ने वाला प्रदोष व्रत ज्येष्ठ माह का आखिरी प्रदोष व्रत हैं जो कि 1 जून को पड़ रहा हैं, तो आज हम आपको प्रदोष व्रत पर शिव पूजन का मुहूर्त और विधि बता रहे हैं।
प्रदोष व्रत की तारीख और मुहूर्त—
पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 1 जून दिन गुरुवार को दोपहर 1 बजकर 9 मिनट पर हो रहा हैं और इसका समापन 2 जून दिन शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में गुरु प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त 1 जून को शाम 7 बजकर 14 मिनट से रात्रि 9 बजकर 16 मिनट तक का हैं। मान्यता है कि इस मुहूर्त में शिव पूजा उत्तम फल प्रदान करती हैं।[=
पूजन की विधि—
आपको बता दें कि गुरु प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण करके भगवान का स्मरण करते हुए व्रत पूजन का संकल्प करें। फिर शाम में पूजा के दौरान शिव को बेलपत्र, भांग, पुष्प, धतूरा, गंगाजल, धूप, दीपक, गंध आदि अर्पित करें। इसके बाद व्रत कथा का पाठ करें और शिव शंकर की आरती करें। पूजन के दौरान शिवलिंग का गंगाजल और गाय के दूध से अभिषेक करें। अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत का पारण जरूर करें।
Tags:    

Similar News

-->