जानिए सुबह सिर्फ 30 मिनट मॉर्निंग वॉक करने के फायदे
आजकल लोगों के पास इतना समय नहीं रहता कि वे नियमित रूप से एक्सरसाइज के लिए समय निकाल पाएं. ऐसे लोगों के लिए वॉकिंग एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है. मोटापा घटाने के अलावा इसके ढेरों फायदे हैं. जानिए इसके बारे में.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आजकल मोटापा एक बड़ी समस्या बन चुका है. मोटापे के कारण तमाम महिलाओं को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. हालांकि अगर अपने खानपान पर नियंत्रण किया जाए और नियमित तौर पर फिजिकल एक्टिविटीज की जाएं, तो आसानी से मोटापे की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है. लेकिन आजकल लोगों के पास इतना समय नहीं रहता कि वे नियमित रूप से एक्सरसाइज के लिए समय निकाल पाएं.
ऐसे लोगों के लिए वॉकिंग एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है. रोजाना सुबह और शाम को सिर्फ 30 मिनट वॉक करने से शरीर की कई तरह की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है. रोजाना पैदल चलने से आपके शरीर की एक्सट्रा कैलोरी बर्न होती है और वजन कंट्रोल रहता है. साथ ही मूड बेहतर होता है. इसके अलावा भी वॉकिंग के ढेरों फायदे हैं. जानिए इसके बारे में.
ऑस्टियोपोरोसिस का घटता रिस्क
आजकल 30 से कम आयु के युवाओं में भी ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या देखने को मिलने लगी है. फिजिकल एक्टिविटी न होने और खराब खानपान की वजह से ये परेशानी होती है. ऑस्टियोपोरोसिस के दौरान हड्डियों में बीएमडी कम हो जाने से फ्रेक्चर का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही आगे चलकर घुटने व कूल्हे खराब होने का जोखिम बढ़ता है. लेकिन नियमित रूप से वॉक करने वालों में ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम काफी कम होता है.
हाई बीपी से बचाव
हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल को हार्ट अटैक का बड़ा कारण माना जाता है. अगर आप हाई बीपी के पेशेंट हैं या आपके शरीर कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ गया है, तो नियमित रूप से वॉक जरूर करें. इससे आपका बीपी और खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है
डायबिटीज के लिए अचूक उपाय
अगर आप डायबिटीज के रोगी हैं या आपके घर में ये समस्या जेनेटिक रही है, तो आपको हर हाल में वॉक करना चाहिए. वॉक को डायबिटीज का अचूक उपाय माना जाता है. इससे डायबिटीज के रोगियों की शुगर नियंत्रित रहती है. साथ ही जिनको किसी बीमारी के चलते या आनुवांशिकता की वजह से डायबिटीज होने का खतरा है, उनका भी बचाव होता है.
स्ट्रेस से मुक्ति
आजकल स्ट्रेस भी बहुत कॉमन समस्या है. तनाव के चलते मोटापा, ब्रेन संबन्धी व हृदय संबन्धी बीमारियां होती हैं. लेकिन नियमित पैदल चलने से शरीर में तनाव बढ़ाने वाले हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है. इसके चलते हमें तनाव से मुक्ति मिलती है.