No Raw Diet: जानिए विद्या बालन ने फॉलो किया नो रॉ डाइट प्लान आप भी अपने डाइट में शामिल करे

Update: 2024-06-15 03:51 GMT

No Raw Diet: फिट रहने के लिए सेलेब्रिटीज अलग-अलग तरीके अपनाते हैं, कोई फिट रहने के लिए इंटेस वर्काउट (workout) करता है, कोई योगा, कोई पिलाटेस, कोई स्विमिंग या कोई स्पोर्ट, तो कोई डाइटिंग के अलग-अलग तरीके आजमाता है. इसी तरह की एक डाइटिंग है नो रॉ डाइट. एक्ट्रेस विद्या बालन (Vidya Balan) नो रॉ डाइट फॉलो करती हैं. विद्या खुद को फिट रखने के लिए घर का पका खाना खाती हैं, ग्लूटन फ्री फूड्स को अपने खानपान का हिस्सा बनाती हैं और नो रॉ डाइट (No Raw Diet) के सिद्धांत को फॉलो करती हैं. जानिए आखिर यह नो रॉ डाइट होती क्या है.

नो रॉ डाइट क्या होती है | What is the No Raw Diet

नो रॉ डाइट का मतलब है कि खानपान में कुछ भी कच्चा शामिल ना करना. ना कच्ची सब्जियां (Raw Vegetables) खाना, ना कच्चे फल, ना कच्चा मीट और ना ही दूध और दूध से बनी चीजों का कच्चा सेवन करना. डाइट में उन चीजों को शामिल किया जाता है जो या तो पकी हुई हों या फिर उन्हें इतना प्रोसेस्ड किया गया हो कि वो नेचुरल और कच्चा ना रहे. विद्या इस बात का ध्यान रखती हैं कि उनके खाने से उन्हें न्यूट्रिशन भी भरपूर मिले और खाना आसानी से चबाया भी जा सके.

इस नो रॉ डाइट में कच्ची चीजें इसलिए नहीं खाई जाती क्योंकि इसके कई फायदे भी गिनाए जाते हैं. कच्ची चीजों को खाने पर फूड्स से होनी वाली बीमारियों की संभावना कम होती है. कच्चे फूड्स में नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया जैसे साल्मोनेला, लिस्टेरिया और ई कोली होते हैं. इनसे स्वास्थ संबंधी दिक्कतें और इंफेक्शंस आदि हो सकते हैं. इसके अलावा, फूड्स को पकाकर खाने पर इन्हें पचाना आसान हो जाता है. पकाने पर फूड्स के कॉम्पलेक्स प्रोटीन और फाइबर ब्रेक होने लगते हैं और जल्दी डाइजेस्ट हो जाते हैं.

जो लोग डाइजेस्टिव दिक्कतों (Digestive Problems) से परेशान रहते हैं और जिन्हें गैस्ट्रोइंटेंस्टनल डिसोर्डर होते हैं उनके लिए खासतौर से यह डाइट फायदेमंद होती है. खाना पकाने पर कई एंटी-न्यूट्रिएंट्स डिएक्टिवेट हो जाते हैं जोकि खनिजों के एब्जॉर्प्शन को रोकने का काम करते हैं, जैसे फाइटेट्स और ऑक्सेलेट्स.

खाना पकाकर खाना यूं तो फायदेमंद है लेकिन कुछ फूड्स ऐसे हैं जिन्हें कच्चा खाना ही सेहत के लिए अच्छा है. वहीं, फूड्स को उबालने पर वॉटर सोल्यूबल विटामिन जैसे विटामिन सी और बी विटामिंस कम हो जाते हैं. ऐसे में नो रॉ डाइट के फायदे (No Raw Diet Benefits) और नुकसान देखकर आप चाहे तो इसे अपना सकते हैं.

फिट रहने के लिए सेलेब्रिटीज अलग-अलग तरीके अपनाते हैं, कोई फिट रहने के लिए इंटेस वर्काउट करता है, कोई योगा, कोई पिलाटेस, कोई स्विमिंग या कोई स्पोर्ट, तो कोई डाइटिंग के अलग-अलग तरीके आजमाता है. इसी तरह की एक डाइटिंग है नो रॉ डाइट. एक्ट्रेस विद्या बालन (Vidya Balan) नो रॉ डाइट फॉलो करती हैं. विद्या खुद को फिट रखने के लिए घर का पका खाना खाती हैं, ग्लूटन फ्री फूड्स को अपने खानपान का हिस्सा बनाती हैं और नो रॉ डाइट (No Raw Diet) के सिद्धांत को फॉलो करती हैं. जानिए आखिर यह नो रॉ डाइट होती क्या है.
नो रॉ डाइट क्या होती है | What is the No Raw Diet
नो रॉ डाइट का मतलब है कि खानपान में कुछ भी कच्चा शामिल ना करना. ना कच्ची सब्जियां (Raw Vegetables) खाना, ना कच्चे फल, ना कच्चा मीट और ना ही दूध और दूध से बनी चीजों का कच्चा सेवन करना. डाइट में उन चीजों को शामिल किया जाता है जो या तो पकी हुई हों या फिर उन्हें इतना प्रोसेस्ड किया गया हो कि वो नेचुरल और कच्चा ना रहे. विद्या इस बात का ध्यान रखती हैं कि उनके खाने से उन्हें न्यूट्रिशन भी भरपूर मिले और खाना आसानी से चबाया भी जा सके.
इस नो रॉ डाइट में कच्ची चीजें इसलिए नहीं खाई जाती क्योंकि इसके कई फायदे भी गिनाए जाते हैं. कच्ची चीजों को खाने पर फूड्स से होनी वाली बीमारियों की संभावना कम होती है. कच्चे फूड्स में नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया जैसे साल्मोनेला, लिस्टेरिया और ई कोली होते हैं. इनसे स्वास्थ संबंधी दिक्कतें और इंफेक्शंस आदि हो सकते हैं. इसके अलावा, फूड्स को पकाकर खाने पर इन्हें पचाना आसान हो जाता है. पकाने पर फूड्स के कॉम्पलेक्स प्रोटीन और फाइबर ब्रेक होने लगते हैं और जल्दी डाइजेस्ट हो जाते हैं.
जो लोग डाइजेस्टिव दिक्कतों (Digestive Problems) से परेशान रहते हैं और जिन्हें गैस्ट्रोइंटेंस्टनल डिसोर्डर होते हैं उनके लिए खासतौर से यह डाइट फायदेमंद होती है. खाना पकाने पर कई एंटी-न्यूट्रिएंट्स डिएक्टिवेट हो जाते हैं जोकि खनिजों के एब्जॉर्प्शन को रोकने का काम करते हैं, जैसे फाइटेट्स और ऑक्सेलेट्स.
खाना पकाकर खाना यूं तो फायदेमंद है लेकिन कुछ फूड्स ऐसे हैं जिन्हें कच्चा खाना ही सेहत के लिए अच्छा है. वहीं, फूड्स को उबालने पर वॉटर सोल्यूबल विटामिन जैसे विटामिन सी और बी विटामिंस कम हो जाते हैं. ऐसे में नो रॉ डाइट के फायदे (No Raw Diet Benefits) और नुकसान देखकर आप चाहे तो इसे अपना सकते हैं.
Tags:    

Similar News