जानिए रोज अचार खाने से सेहत को होता है नुकसान
भारतीय लोग खाने पीने के बहुत शौकीन होते हैं. खासतौर पर नॉर्थ इंडिया (North India) के लोग, इनकी सुबह की शुरुआत ही स्टफ्ड परांठे, बटर और अचार के साथ होती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय लोग खाने पीने के बहुत शौकीन होते हैं. खासतौर पर नॉर्थ इंडिया (North India) के लोग, इनकी सुबह की शुरुआत ही स्टफ्ड परांठे, बटर और अचार के साथ होती है. इसी नाश्ते से इनका पेट और मन भरता है. वहीं खाने में भी जब तक पूरी थाली दाल, सब्जी, चटनी, अचार, रायता आदि तमाम चीजों से भरी न हो, ये संतुष्ट ही नहीं होते. अगर आप भी इस तरह के खाने के शौकीन हैं और रोजाना नाश्ते और खाने में अचार (Pickle) जरूर खाते हैं, तो अब सावधान हो जाइए और इस आदत को बदल दीजिए. वरना आपके लिए सेहत से जुड़ी तमाम परेशानियां पैदा हो सकती हैं.
सोडियम बढ़ाता है परेशानी
डाइटीशियन अनामिका सिंह की मानें तो अचार को लंबे समय तक रखने के लिए इसमें काफी ज्यादा मात्रा में नमक डाला जाता है. नमक में सोडियम होता है. आमतौर पर लोग घरों में रिफाइंड नमक का इस्तेमाल करते हैं और इसमें 97 से 99 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है. जो शरीर के लिए पोषण के लिहाज से ठीक नहीं माना जाता. डब्ल्यूएचओ की मानें तो एक व्यक्ति को रोजाना दिनभर में पांच ग्राम से कम यानी करीब एक चम्मच नमक खाना चाहिए. इससे उसके शरीर को जरूरत भर का सोडियम मिल जाता है. शरीर में सोडियम की जरूरत हमारे खाने से ही पूरी हो जाती है. लेकिन हम खाने के अलावा अन्य चीजों के जरिए कहीं ज्यादा नमक खाते हैं. इससे हमारे शरीर में सोडियम की मात्रा ज्यादा पहुंचती है. अचार में तो बहुत ज्यादा मात्रा में नमक होता है. ऐसे में अगर आप रोजाना अचार खाएंगे तो आप खुद ही समझिए कि आपको कितना नुकसान पहुंच सकता है. विशेषज्ञों की मानें तो सोडियम की कमी और अधिकता दोनों ही आपके लिए तमाम समस्याएं पैदा कर सकती हैं. इसलिए सोडियम को संतुलित मात्रा में लेना बहुत जरूरी है.
हाई बीपी की समस्या
तमाम स्टडीज बताती हैं कि भोजन में अधिक मात्रा में सोडियम लेने से दिल की बीमारियों का रिस्क कहीं ज्यादा बढ़ जाता है. सोडियम के कारण ही हाई बीपी के मरीजों को कम नमक खाने की सलाह दी जाती है. उनके लिए ये जहर माना जाता है. जिन लोगों को कोई परेशानी नहीं है, वो अगर ज्यादा मात्रा में सोडियम लेते हैं, तो वो भी हाई बीपी के मरीज बन सकते हैं. तमाम स्टडीज बताती हैं कि ज्यादा नमक कई बार असामयिक मौत की वजह भी बन सकता है.
लिवर और किडनी हो सकती है खराब
जरूरत से ज्यादा सोडियम आपके किडनी और लिवर को भी खराब कर सकता है और अचार में तो बहुत ज्यादा मात्रा में सोडियम होता है. दरअसल सोडियम का अधिक सेवन ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है, और इससे अन्य अंगों पर दबाव पड़ता है. ऐसे में लिवर और किडनी को नुकसान पहुंच सकता है. जिनको लिवर या किडनी से जुड़ी समस्या पहले से है, उन्हें तो ज्यादा मात्रा में अचार बिल्कुल नहीं खाना चाहिए.
अल्सर और शरीर में सूजन का रिस्क
आमतौर पर अचार में तेज मसालों का भी इस्तेमाल किया जाता है जो आपके मुंह के खराब स्वाद को भी अच्छा बना दें. ऐसे में तेज नमक और तेज मसाले आपके लिए अल्सर का खतरा बढ़ा देते हैं. इसके अलावा नमक बॉडी में साल्ट रिटेन करता है, ऐसे में आपके शरीर में सूजन आ सकती है.
प्रेगनेंसी में भी सीमित मात्रा में खाएं अचार
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अचार खाने की क्रेविंग होती है. ऐसा शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण होता है. अचार के जरिए महिला के मुंह का जायका बेहतर होता है, साथ ही उसके शरीर को सोडियम और पोटैशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट मिलते हैं, जो उस समय भ्रूण के लिए जरूरी माने जाते हैं. लेकिन ज्यादा मात्रा में अचार के सेवन से महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक का रिस्क बढ़ता है. ऐसे में मिसकैरेज वगैरह भी हो सकता है. इसलिए अचार सीमित मात्रा में ही खाएं.
पुरुषों को नहीं खाना चाहिए ज्यादा अचार
पुरुषों को भी रोजाना अचार नहीं खाना चाहिए. ज्यादा मात्रा में नमक सेक्सुअल डिजायर और स्पर्म काउंट को बुरी तरह प्रभावित करता है. ऐसे में इंफर्टिलिटी की समस्या बढ़ने का रिस्क रहता है. इसलिए पुरुषों को भी सीमित मात्रा में ही अचार खाना चाहिए.शौक को पूरा कैसे करें
अगर आपको अचार बहुत ज्यादा पसंद है, तो आप हफ्ते में एक बार अचार ले सकते हैं. लेकिन अगर आप को कोई बीमारी है, तो आपको अचार खाने से बचना चाहिए. बहुत मन करे तो नाम मात्र अचार ले सकते हैं.