जानिए लेट नाइट शिफ्ट में काम करने के लिए सेफ्टी टिप्स

Update: 2022-09-28 14:27 GMT

आजकल ऑफिसेज में पुरुषों के साथ महिलाओं को भी नाइट शिफ्ट में काम करना पड़ता है. हालांकि, कई ऑफिसेज में महिलाओं की सेफ्की को ध्यान में रखते हुए उन्हें दिन के ही शिफ्ट में काम करने के लिए कहा जाता है. लेकिन, जिन्हें लेट नाइट रुक कर काम करना पड़ता है, उनके मन में अक्सर अपनी सेफ्टी को लेकर चिंता, डर मन में बना रहता है. कई बार ऐसा होता है कि 12-1 बजे रात में कैब से आप घर लौटती हैं. बेशक, कैब की सुविधा ऑफिस की तरफ से हो, लेकिन रात में सुनसान सड़क से जाते हुए या कैब ड्राइवर के प्रति डर, आंशका मन में बना ही रहता है. हालांकि, ऐसी परिस्थितियों में डरने की बजाय आपको अलर्ट रहने की जरूरत है. यदि आपको भी लेट नाइट शिप्ट करना पड़ता है या आप ट्रैवल के दौरान स्टेशन, एयरपोर्ट से घर अकेले लौट रही हैं, तो कुछ बातों का ख्याल रखें.

लेट नाइट शिफ्ट में काम करने के लिए सेफ्टी टिप्स
–नायका डॉट कॉममें छपी एक खबर के अनुसार, महिलाओं को अपने साथ सभी जरूरी एमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर रखने चाहिए. इसके अलावा, देर से काम करने वाली प्रत्येक महिला प्रोफेशनल को स्पीड डायल पर अपने ऑफिस के कम से कम तीन सीनियर सदस्यों का नंबर और घर के कम से कम तीन सदस्यों का कॉन्टैक्ट नंबर स्पीड डायल पर लगाकर रखना चाहिए. इससे मसुबीत की घड़ी में कॉन्टैक्ट लिस्ट चेक करने, नंबर सर्च या डायल करने में टाइम भी बचेगा.
-आपको हर समय सतर्क रहना होगा. आप चाहे जितनी भी थकी हों कैब में सोने की गलती भूलकर भी ना करें. अलर्ट होकर रूट पर नज़र रखें. कई बार देर रात घर अकेले लौटान भी पड़े, तो प्राइवेट कैब लेते समय खास अलर्ट रहें. कोशिश करें कि घर से किसी को ऑफिस बुला लें और उनके साथ ही जाएं.
-आपकी सुरक्षा का ख्याल आपके एम्प्लॉयर की भी जिम्मेदारी है. दिन हो या रात, आत्मरक्षा के लिए कुछ टेक्नीक्स में खुद को एक्सपर्ट बनाएं. अपने साथ पॉकेट या पर्स में छोटा चाकू, काली मिर्च का स्प्रे रखें. देर रात आप ऑफिस के अलावा भी कहीं से आ रही हों, तो अपने घर वालों के कॉन्टैक्ट में रहें. आप किस जगह पर हैं, कब तक घर लौटेंगी इसकी सूचना देती रहें. अपनी सुरक्षा को आप इसी तरह से सुनिश्चित कर सकती हैं.
-अगर आपको ऑफिस में नाइट शिफ्ट में काम करने के दौरान किसी पुरुष कर्मचारी की हरकतों से खतरा महसूस होता है, आप खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं, तो चुप ना रहें. इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, अपने लिए स्टैंड लें और मैनेजमेंट को सारी बात बताएं.
-नाइट शिफ्ट आप लगातार नहीं करना चाहती हैं, तो इस बारे में सीनियर्स से बात करें. शिफ्ट चार्ट रोटेशन के आधार पर बनवाने की मांग करें. लगातार नाइट शिफ्ट करना सेहत के लिए भी ठीक नहीं और इससे घर-परिवार को संभालना भी बेहद मुश्किल हो जाता है.
-दिन में ऑफिस टाइमिंग है तो आप पर्सनल कार, स्कूटी का इस्तेमाल करें, लेकिन रात की शिफ्ट में ऐसा भूलकर भी ना करें. कार, स्कूटी कब बीच सड़क पर खराब हो जाए कुछ पता नहीं होता. कैब ड्राइवर शॉर्टकट से ले जाए तो सख्ती से मना करें. कई बार इमरजेंसी में पर्सनल गाड़ी से जाती भी हैं तो सुनसान या शॉर्टकट रास्ते से ना जाएं. फिर भले ही आपको घर पहुंचने में एक घंटा क्यों ना लग जाए.
-रात में आप कैब से घर लौटती हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि गाड़ी में एक्स्ट्रा सेक्योरिटी गार्ड भी साथ जाए. दरअसल, कैब में महिला कर्मचारियों के साथ एक सुरक्षा गार्ड होना बेहद जरूरी इसलिए भी है, क्योंकि रास्ते में कार खराब हो जाए, बंद हो जाए, तो सेक्योरिटी गार्ड दूसरी कैब या ऑटो बुक करके उसे घर तक ड्रॉप कर आए.
-ऑफिस मैनेजमेंट और सीनियर्स को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि महिला कर्मचारी को निःशुल्क पिक एंड ड्रॉप सुविधा प्रदान करना ही पर्याप्त नहीं है. संगठन को सभी पूल या कैब ड्राइवरों के बैकग्राउंड की पूरी जांच करनी चाहिए. प्रत्येक महिला कर्मचारी और उसके परिवार के पास कैब चालक का संपर्क नंबर होना चाहिए.

न्यूज़ सोर्स: news18

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