जानिए बच्‍चों के पेट में मौजूद कीड़ों को खत्‍म करने के लिए नेचुरल उपाय

बच्‍चों के पेट में थ्रेडवॉर्म या पिनवॉर्म का होना दुनियाभर के पैरेंट्स के लिए एक काफी कॉमन समस्‍या है

Update: 2022-07-20 12:00 GMT

बच्‍चों के पेट में थ्रेडवॉर्म या पिनवॉर्म का होना दुनियाभर के पैरेंट्स के लिए एक काफी कॉमन समस्‍या है. पेट में मौजूद इन कीड़ों को दूर करने के लिए हर साल डीवॉर्मिंग कराना ज़रूरी माना जाता है. बाहर खेलने, गंदे कपड़े पहनने, नाखूनों में गंदगी होने, इंफेक्‍टेड खाना खाने आदि से बच्‍चों के पेट में ये आसानी से पहुंच जाते हैं और जल्‍द ही शरीर के अलग अलग अंगों को प्रभावित करने लगते हैं. अगर जल्‍द से जल्‍द इनका इलाज ना किया जाए, तो बच्‍चे बीमार रहने लगते हैं और उनका ग्रोथ भी रुक जाता है.

मेडिकल न्‍यूज टुडे के मुताबिक, पिनवॉर्म छोटे, पतले कीड़े होते हैं जो इंसानों के कोलन और आंतों को संक्रमित कर सकते हैं. हालांकि ये सभी उम्र के लोगों को संक्रमित करते हैं लेकिन वे बच्चों को आसानी से संक्रमित करते है और उन्‍हें बीमार बना देते हैं. ऐसे में अगर आप सही तरीके से उनका डीवार्मिंग कराते रहें और डाइट में कुछ चीजों को रेगुलर शामिल करें, तो नेचुरल तरीके से पेट के कीड़ों को खत्‍म किया जा सकता है.
बच्‍चों के पेट में मौजूद कीड़ों को खत्‍म करने के नेचुरल उपाय
कच्‍चा पपीता
पेरेंट सर्कल के मुताबिक, अगर आप बच्‍चों के डाइट में कच्‍चा पपीता शामिल करें तो इससे उनके पेट में मौजूद कीड़ों को खत्‍म किया जा सकता है. आप चाहें तो इसे दूध और हनी के साथ पीसकर पिता सकते हैं या सलाद के रूप में खिला सकते हैं.
लहसुन
लहसुन को बेस्‍ट नेचुरल डीवॉर्मिंग फूड कहा जाता है. आप 2 से 3 लहसुन को कूट लें और इसे दूध के साथ उबाल लें. इसे गर्मागर्म बच्‍चे को पिलाएं.
नीम
नीम में एंटीपैरासाइटिकल प्रॉपर्टीज होती हैं. पेट के कीड़े को मारने के लिए आप नीम के सूखे फूल को रसम, सांभर या दाल में मिलाकर बच्‍चों को दे सकते हैं.
करेला
करेला भी पेट के कीड़ों को आसानी से खत्‍म करता है. इसे खिलाने के लिए आप इसे 1 घंटे तक पानी में नमक और हल्‍दी के साथ भिगो दें. अब इसे आलू के साथ उबालें और मैश कर नमक आदि डालकर बच्‍चे को 1 सप्‍ताह तक खिलाएं.
नारियल तेल
एक सप्‍ताह तक बच्‍चे को खाली पेट सुबह एक चम्‍मच नारियल का तेल पिलाएं. ये भी पेट के कीड़े को मारने में सक्षम होता है.
हल्‍दी
सुबह छाछ में एक चम्‍मच हल्‍दी डालें और इसे मिलाकर बच्‍चे को पिलाएं. इसमें एंटीसेप्टिक गुण होता है जो डीवॉर्मिंग का भी काम करता है. आप चाहें तो गर्म पानी में एक चम्‍मच हल्‍दी मिलाकर भी बच्‍चे को पिला सकते हैं.


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