जानिए अगर आपका बच्चा बातों को छुपाने लगे तो इस तरह से उसकी भावनाओं को पहचानें
सभी पैरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा उनके साथ दोस्त बनकर रहे. कोई भी बात हो बच्चा बिना डरे सब उन्हें आकर बताए, लेकिन क्या वास्तव में ऐसा होता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सभी पैरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा उनके साथ दोस्त बनकर रहे. कोई भी बात हो बच्चा बिना डरे सब उन्हें आकर बताए, लेकिन क्या वास्तव में ऐसा होता है? कई बार बच्चे पैरेंट्स से अपने सीक्रेट्स शेयर कर लेते हैं, लेकिन कई बार बच्चे उन्हें छिपा जाते हैं. बताना ज़रूरी नहीं समझते. यदि आपका बच्चा भी बात-बात पर झूठ बोलने लगे या बातें छिपाने लगे, तो आपको थोड़ा सतर्क हो जाना चाहिए. बच्चे अक्सर वही बातें छिपाते हैं, जिसे बताने पर उन्हें डांट या मार पड़ने का खतरा होता है. जब बच्चे पैरेंट्स से बातें छिपाते हैं, तो उनके व्यवहार में बदलाव नजर आने लगता है, जिसे पैरेंट्स को पहचानना आना चाहिए. चलिए जानते हैं, बच्चे के उस व्यवहार के बारे में, जिनसे आप पता लगा सकते हैं कि बच्चा सच बोल रहा है या आपसे कुछ छिपा रहा है.