संगीत हमारी सेहत के लिए किस तरह से मददगार है, जानिए
संगीत एक ऐसी चीज है जो व्यक्ति के इमोशंस से सीधे जाकर जुड़ता है. चाहे खुशी का मौका हो, गम का मौका हो, खुशनुमा मौसम हो या तनाव की स्थिति हो, संगीत आपके मन को सुकून देता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। संगीत एक ऐसी चीज है जो व्यक्ति के इमोशंस से सीधे जाकर जुड़ता है. चाहे खुशी का मौका हो, गम का मौका हो, खुशनुमा मौसम हो या तनाव की स्थिति हो, संगीत आपके मन को सुकून देता है और बेहतर बनाता है. संगीत की अहमियत समझाने के लिए संगीतकारों और गायकों को सम्मानित करने के लिए हर साल 21 जून को विश्व संगीत दिवस मनाया जाता है. कहा जाता है कि अमेरिका के मशहूर संगीतकार जोएल कोहेन ने संगीत पर आधारित एक जलसे का आयोजन किया था, इसके बाद से हर साल 21 जून को विश्व संगीत दिवस मनाया जाने लगा. हर साल विश्व संगीत दिवस को मनाकर संगीत की शक्ति का जश्न मनाया जाता है. 120 से अधिक देश विश्व संगीत दिवस (World Music Day) मनाते हैं और तमाम सार्वजनिक जगहों पर संगीत कार्यक्रम आयोजित करते हैं.
लेकिन आपको बता दें कि संगीत सिर्फ एक मनोरंजन ही नहीं है, बल्कि ये एक थैरेपी की तरह है, जो आपके तनाव को काफी हद तक कम कर सकता है. विशेषज्ञों की मानें तो जब हम अपनी पसंद का संगीत सुनते हैं तो हमारा मस्तिष्क डोपामाइन नामक एक रसायन छोड़ता है, जिससे मूड पर बेहतर होता है. आइए जानते हैं कि संगीत हमारी सेहत के लिए किस तरह से मददगार है.
जानिए कैसे मदद करती है म्यूजिक थैरेपी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो संगीत एक ऐसी भाषा है, जो व्यक्ति को उसकी अलग दुनिया से बाहर निकालने में मदद करती है. आजकल के समय में तनाव एक कॉमन समस्या है और अत्यधिक तनाव व्यक्ति को डिप्रेशन की ओर धकेलता है. ऐसी स्थिति में संगीत व्यक्ति के तनाव को कम करने में मददगार माना जाता है. ये व्यक्ति की मनोदशा को सुधारता है. अलग-अलग मरीजों के लिए विशेषज्ञ इस थैरेपी का अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल करते हैं. आजकल तमाम सर्जन सर्जरी के दौरान मरीज को स्ट्रेस फ्री रखने के लिए म्यूजिक थैरेपी का प्रयोग करते हैं. वहीं स्ट्रोक पीड़ितों और न्यूरोलॉजिकल विकारों के लिए भी संगीत थैरेपी को फायदेमंद माना गया है. जो लोग अकेलेपन के कारण परेशान रहते हैं, उनके लिए संगीत एक साथी की तरह है, उनके अकेलेपन को दूर करके उनके मूड को फ्रेश रखता है.
तनाव दूर करना क्यों है जरूरी
तनाव को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है, क्योंकि तनाव न सिर्फ तमाम बीमारियों का कारण होता है, बल्कि तमाम बीमारियों के दौरान कॉम्प्लीकेशंस भी पैदा करता है. जो लोग अत्यधिक तनाव में रहते हैं, वे न ठीक से खा पाते हैं, न सो पाते हैं. ऐसे में उनकी इम्युनिटी कमजोर होती है और धीरे धीरे वे तमाम समस्याओं के शिकार हो जाते है. आजकल हार्ट की तमाम परेशानियां काफी बढ़ गई हैं. इसकी एक बड़ी वजह तनाव भी है. इसलिए तनाव को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है. ऐसे में संगीत एक बेहतरीन साधन हो सकता है.