जाने साधारण दही से कितना अलग है ग्रीक योगर्ट

Update: 2023-06-13 12:05 GMT
दही जमाने और खाने की प्रक्रिया हमारे समाज में सदियों पुरानी है और आज भी अधिकतर घरों में कुनकुने दूध में जावन (दही जमाने के लिए इस्तेमाल किया जानेवाला थोड़ा-सा दही) डालकर दही जमाई जाती है, जिसे लोग बड़े ही चाव से खाते हैं. इसके अलावा पिछले कुछ सालों में बाज़ार में फ़्लेवर्ड दही की आवक और मांग भी बढ़ी है, क्योंकि दही में मौजूद प्रोटीन, कैल्शियम और प्रोबायोटिक्स हमें सेहतमंद रखने में मदद करते हैं. लेकिन दही से ही मिलता-जुलता एक और डेयरी प्रॉडक्ट जिसमें हाल के सालों में लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है, वह है ग्रीक योगर्ट. ग्रीक योगर्ट की शुरुआत 19 के दशक में मिडिल ईस्ट से हुई और अमेरिकी बाज़ारों तक पहुंची, जिसके बाद से यूरोपीय देशों सहित एशियाई देशों में ग्रीक योगर्ट का इस्तेमाल होने लगा और हाल के कुछ सालों से इसकी मांग काफ़ी बढ़ी है.

ग्रीक योगर्ट का नाम सुनकर आपके मन में यह सवाल ज़रूर उठा होगा कि दही और फ़्लेवर्ड दही तो ठीक है, लेकिन यह ग्रीक योगर्ट क्या है? नाम तो विदेशी जान पड़ता है. क्या यह दही से अलग है? खाने में इसका स्वाद कैसा होगा? और ना जाने कितने सवाल. तो चलिए इन सारे सवालों के जवाब हम आपको दिए देते हैं, ताकि आप समझ सकें कि यह ग्रीक योगर्ट है क्या? और यह हमारी सेहत के लिए कितना फ़ायदेमंद है?
क्या है ग्रीक योगर्ट?
ग्रीक योगर्ट और साधारण दही में बहुत अधिक अंतर नहीं है. दोनों के जमाने की प्रक्रिया एक जैसी ही है, लेकिन जमने के बाद दही से एक्स्ट्रा पानी छानकर निकाल दिया जाता है और वह ग्रीक योगर्ट का रूप ले लेती है. ग्रीक योगर्ट साधारण दही की अपेक्षा अधिक गाढ़ा होता है और इसमें प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है, जिस वजह से वर्कआउट करनेवाले लोग इसे अधिक पसंद करते हैं. अधिक दूध के इस्तेमाल की वजह से ग्रीक योगर्ट का दाम साधारण दही से काफ़ी अधिक होता है, इसलिए लोग इसे ख़रीदने से बचते हैं.
ग्रीक योगर्ट के फ़ायदे
साधारण दही की तुलना में ग्रीक योगर्ट कई मायनों में असरदार है. ग्रीक योगर्ट में प्रोटीन की मात्रा सामान्य दही की अपेक्षा दोगुनी होती है. सामान्यत: एक कप ग्रीक योगर्ट में 23 ग्राम जबकि साधारण दही में 14 ग्राम प्रोटीन होता है. इस वजह से वज़न कम करनेवाले या अधिक वर्कआउट करनेवाले लोग इसे अपनी डायट में शामिल करते हैं. इसके अलावा प्लेन दही से पानी निकालते समय उसमें मौजूद लैक्टोज़ और सोडियम की कुछ मात्रा भी बाहर निकल जाती है.
इसके नुक़सान
हालांकि ग्रीक योगर्ट का प्रत्यक्ष रूप से कोई नुक़सान नहीं है, लेकिन अधिक प्रक्रिया से गुज़रने के कारण योगर्ट अपने कुछ ज़रूरी पोषण खो देती है. ग्रीक योगर्ट में कैल्शियम की मात्रा घटकर आधी रह जाती है. साधारण दही में कैल्शियम 49 फ़ीसदी पाया जाता है, तो ग्रीक योगर्ट में 25 फ़ीसदी ही होता है. फ़ैट की मात्रा भी ग्रीक योगर्ट में अधिक पाई जाती है, इसलिए अगर आप साधारण दही की जगह ग्रीक योगर्ट का विकल्प चुन रहे हैं, तो कम फ़ैट वाले विकल्प चुनें.
घर पर भी बना सकते हैं ग्रीक योगर्ट
दही जमने के बाद आप उसे मलमल या कॉटन के कपड़े में डालकर उसका अतिरिक्त पानी निचोड़ लें. यह बिल्कुल श्रीखंड की ही तरह बनाई जाती है. पानी निचोड़ने के बाद उसमें अपनी पसंद का कोई भी फ़्लेवर मिला सकते हैं. ग्रीक योगर्ट को सैंडविच और टोस्ट पर चीज़, बटर की जगह इस्तेमाल कर आप अधिक कैलोरी और सैचुरेटेड फ़ैट के सेवन से बच सकते हैं.
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