जानिए जामुन के सिरके में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में

गर्मियों में कई सारे मौसमी फल बाजार में आ जाते हैं। ये मौसमी फल सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इन्हीं में से एक जामुन भी है

Update: 2022-06-27 12:50 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गर्मियों में कई सारे मौसमी फल बाजार में आ जाते हैं। ये मौसमी फल सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इन्हीं में से एक जामुन भी है। गर्मियों में जामुन की बहार आ जाती है। जामुन खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही गुणों से भरपूर होता है। जामुन मधुमेह रोग से ग्रसित लोगों में खून कमी को पूरा करता है। वहीं विटामिंस, आयरन, फाइबर, पोटेशियम समेत कई पोषक तत्वों से भी भरपूर है। फल के तौर पर जामुन को खाने के बजाए अगर जामुन के सिरके का सेवन करते हैं तो यह अधिक उपयोगी हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, जामुन का सिरका स्वास्थ्य को संतुलित रखने में मदद करता है। इसके नियमित सेवन से शरीर में वात, पित्त और कफ का भी संतुलन बना रहता है। जामुन में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो कई तरह के संक्रमण से बचाते हैं। एक शोध में पाया गया कि जामुन का सिरका वजन घटाने में भी मददगार है। जामुन का सिरके के सेवन को कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। चलिए जानते हैं जामुन के सिरके में पाए जाने वाले पोषक तत्व और जामुन के सिरके से होने वाले सेहतमंद फायदों के बारे में।

जामुन के सिरके का स्वास्थ्य पर असर
मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद जामुन का सिरका
डायबिटीज के मरीज के शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाने से वह मधुमेह से पीड़ित हो जाता है, लेकिन जामुन के सिरके में मौजूद एंटी डायबिटिक के गुण मधुमेह से छुटकारा दिलाते हैं। मधुमेह रोगियों के शरीर में हाइपरकलेमिया को संतुलित करने के लिए जामुन के सिरके का सेवन करना चाहिए। जामुन के सिरके में एंटी माइक्रोबियल एपिटाइज प्रॉपर्टीज होती हैं जो शरीर में मौजूद शुगर लेवल को कम करके ऊर्जा में परिवर्तित कर देती हैं। अगर मधुमेह रोगी रात के समय जामुन के सिरके का सेवन नियमित तौर से करते हैं तो इंसुलिन का स्तर भी संतुलित रहता है।
पाचन तंत्र रहता है दुरुस्त
अपच की समस्या से परेशान लोगों को भी जामुन के सिरका का सेवन करना चाहिए। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल के गुण होते हैं जो पेट के बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं। जामुन के सिरका में फाइबर भी भरपूर मात्रा में मिलता है, जो डायरिया जैसे क्रोनिक रोग से बचाता है। वहीं अपच की समस्या को दूर करने के लिए जामुन के सिरके में मौजूद ऑक्सालिक एसिड, फोलिक एसिड और गैलिक एसिड फायदेमंद है, जो पेट में गैस और कब्ज को दूर करने में मदद करता है।
किडनी में पथरी से राहत
कई लोग किडनी में पथरी की समस्या से ग्रसित होते हैं। पथरी से राहत पाने के लिए कई तरह के नुस्खे और दवाइयों का सेवन करते हैं। लेकिन किडनी में पथरी को दूर करने के लिए जामुन के सिरके का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। जामुन के सिरके में पाए जाने वाले पोषक तत्व और एंटी बैक्टीरियल गुण पथरी को धीरे धीरे जलाकर पेशाब के रास्ते बाहर निकालने में मदद करता है।
मूत्र संक्रमण
कई कारणों से यूरीन इंफेक्शन हो जाता है, जैसे सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करने, किडनी और ब्लैडर में बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ने आदि के कारण यूरीन में संक्रमण हो जाता है। इससे बचाव के लिए जामुन का सिरका फायदेमंद है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन, मिनरल की मात्रा शरीर में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करके शरीर की क्रियाशीलता को बनाए रखने में मदद करते हैं। मूत्र संबंधी संक्रमण और विकारों को दूर करने के लिए जामुन के सिरका का नियमित सेवन करें।
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