पोई साग को कई नामों से जाना जाता है, जिसमें पोई सागा, पुई साक या साग, बेसल लीव्स, मैंगलोर पालक, मायालू, मायालू भाजी और सीलोन पालक इत्यादि नाम शामिल है। यह साग बेसेलेसी परिवार का सदस्य है और इसे वैज्ञानिक नाम बसल्ला अल्बा से जाना जाता है। दुनिया भर के कई क्षेत्रों में इस हरी पत्तेदार सब्जी का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जाता है। पोई साग का मुख्य रूप से सेवन ओडिशा, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे पूर्वी Indian Statesमें किया जाता है। गर्मियों के सीजन में पोई साग का सेवन करना काफी हेल्दी हो सकता है। आइए जानते हैं पोई साग खाने से सेहत को क्या लाभ हो सकते हैं?
पोई साग में कई तरह के फाइटोकेमिकल्स जैसे- क्वेरसेटिन, प्रोटोकैटेच्यूइक एसिड, फेरुलिक एसिड, मायरिकेटिन, कैफिक एसिड और वैनिलिक एसिड इत्यादि पाए जाते हैं। यह आपके शरीर को कई तरह के विकारों से सुरक्षित रखने में प्रभावी हो सकता है। साथ ही स्किन के सेल्स को डैमेज होने से रोकता है।
पाचन संबंधी परेशानी करे दूर
गर्मियों में होने वाली पाचन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में पोई साग काफी हेल्दी हो सकता है। इसके सेवन से पेट फूलने, कब्ज का इलाज करने, पेट की परत को शांत करने और पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। इसके अलावा इस पत्तेदार सब्जी में जिलेटिनस या म्यूसिलेजिनस घटक होते हैं, जो गट हेल्थ को बढ़ावा देने में असरदार साबित हो सकते हैं।
शरीर को रखे हाइड्रेट
100 ग्राम पके हुए पोई साग में 92.5 ग्राम पानी होता है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने और को कम करने में मददगार हो सकता है। इसके अलावा, पोई साग में बहुत अधिक क्लोरीन होता है, जो शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स को बनाए रखने के लिए सोडियम और पोटेशियम कणों के साथ काम करता है। यह शरीर के द्रव संतुलन को बनाए रखने में सहायता साबित हो सकता है। Dehydration
हृदय स्वास्थ्य को बनावा
पोई साग में आयरन, पोटेशियम, जिंक, मैग्नीशियम, सोडियम और कॉपर जैसे आवश्यक खनिज पदार्थ होते हैं। इससे हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा इसमें एस्कॉर्बिक एसिड, नियासिन और टोटल टोकोफेरोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। यह असंतृप्त फैटी एसिड में चिकनाई और नरम करने वाले गुण होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में असरदार हो सकता है। इससे हार्ट अटैक और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
बढ़ाएं आंखों का स्वास्थ्य
पोई साग में विटामिन ए, ल्यूटिन, एस्कॉर्बिक एसिड और फैटी एसिड मौजूद होता है, जो आपकी आंखों के लिए काफी हेल्दी हो सकता है। इस साग को खाने से आंखों की समस्याएं और संक्रमण को दूर किया जा सकता है। इस साग की मदद से ऑक्सीडेटिव तनाव से संबंधित तंत्रिका क्षति को कम करने में मदद मिल सकती है।