इस दिन घर में अच्छे पकवान, तिल से जुड़े व्यंजन बनते हैं। सभी अपने घर की छतों पर पतंग उड़ाने के साथ तिल के व्यंजनों का मजा लेते हुए दिखाई देते हैं। धूमधाम से साउंड सिस्टम्स के साथ पंग्बाजी की जाती हैं। चारों तरफ से एक ही आवाज ऑटो हैं 'वो काटा'। लेकिन इस पतंगबाजी के चलते कई हादसे भी हो जाते हैं, जिनके बारे में सोचकर ही पतंग उडानी चाहिए। इसलिए आज हम आपको कुछ बाते बताने जा रहे हैं, अगर आप पतंग उड़ाते समय इन बातों का ध्यान रखते हैं तो ये आपके और दूसरों के लिए भी हितकारी रहेगा। तो आइये जानते हैं उन बातों के बारे में।
* पतंग बाजी करते समय उचित स्थान पर ही जाकर पतंग उड़ाए। किसी भी बिना मुंडेर की छत से पतंग न उड़ाएं क्योंकि निगाह पतंग पर रहने के कारण छत से गिरने की संभावना हो सकती है।
* पतंग उड़ाते समय विशेष ध्यान रखे क्योंकि कई बार धागे में कांच के टुकड़े भी मौजूद होते हैं जो आपके लिए खतरनाक हो सकते हैं।
* पतंग खरीदते वक़्त ध्यान रखें कि चीन वाली डोर की बजाये सामान्य मांझा खरीदकर लाएं। जिससे आप तो सेफ रहेंगे ही पशु पक्षी भी सुरक्षित रहेंगे। अगर गलती से चाइना वाली डोर घर में आ भी गयी है तो उससे बच्चों को दूर ही रखे। क्योंकि ये आपके लिए खतरनाक हो सकती है।
* पतंग उड़ाने वाली डोर में नायनॅाल का यूज होता है, जिस पर कांच का बुरादा चढ़ा होने के कारण यह लोगों और आसमान में उडऩे वाले पक्षियों के लिए खतरनाक हो सकता है।
* कई बार पतंग बिजली के तारों पर अटक जाती है। इसे निकालने के लिए आप खुद मास्टर न बनें। क्योंकि खंभे से पतंग निकालने के चक्कर में आपको करंट भी लग सकता है।
* पतंग उड़ाने के दौरान फस्र्ट एड किट साथ रखें। कभी-कभी पतंग के मांझेे से हाथ में कट लग जाता है। फस्र्ट एड साथ होगा, तो जल्द ही राहत मिलेगी।
* आपकी पतंग के मांझे से सड़क पर चल रहे बाइकर्स को भी जान से हाथ धोना पड़ सकता है। ऐसे में रोड और हाईवे पर पतंग बिल्कुल भी न उड़ाएं। वरना आपका शौक किसी की जान पर भारी पड़ सकता है।
* पतंग उड़ाते समय आंखों का विशेष ख्याल रखें। दरअसल, पतंग उड़ाते समय सूर्य की सीधी रोशनी आंखों पर पड़ती है जो आंखों के लिए नुकसानदायक है। सनबर्न और डाइट से संबंधित परेशानी होना आम है।
इसलिए बाहर का कोई भी फूड खाने से बचें। बेहतर होगा कि आप घर पर बने पकवान ही खाएं।
* पतंग उड़ाते समय अगर उलझ जाती है तो उसे ज्यादा खींचने का प्रयास ना करें इसकी डोर से आप घायल हो सकते हैं।
* पतंग कभी भी पावर लाइन या बड़े बिजली के खंभों के पास न उड़ाएं। क्योंकि अगर मंझा गीला है तो ये पावर लाइन के संपर्क में आ सकता है। ये जानलेवा हो सकता है।
* मकर संक्रांति पर हजारों पक्षी तेज मांझों से कटकर घायल हो जाते हैं। पतंगों से बेजुबान परिंदों की जान न जाए, इसका आप ध्यान रखें।
* पतंगबाजी के बाद बचे हुए मांझे को इधर-उधर न फेंकें, नहीं तो यह अन्य लोगों के हाथ-पैरों या वाहन में उलझकर मुसीबत को निमंत्रण दे सकता है। बच्चों के लिए बेहतर होगा कि वे माता-पिता या किसी बड़े की निगरानी में ही पतंगबाजी करें।