जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Gathiya Disease: अगर आपके जोड़ो में अक्सर दर्द रहता है, मांसपेशियों में अकड़न महसूस होती है, तो ये आपके शरीर में यूरिक एसिड के बढ़ जाने का संकेत है. इसे हाइपरयूरिसीमिया कहते हैं. शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा सामान्य से ज्यादा होने पर कई सारी बीमारियों का खतरा पैदा हो जाता है, जिनमें गठिया के चांसेस सबसे ज्यादा होते हैं. अगर यूरिक एसिड को कंट्रोल न किया जाए तो गठिया की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ सकती है, इसलिए सही वक्त पर इसका इलाज होना जरूरी है.
क्या होते हैं गठिया के लक्षण
-मसल्स में तेज अकड़न होना.
-जोड़ों में तेज दर्द होता है, हिलाने या ज्यादा चलने में दिक्कत होती है.
-जोड़ों पर सूजन और उनका लाल होना.
कैसे करें कंट्रोल
गठिया की बीमारी आज कल कम उम्र में ही होने लगी हैं. बढ़े हुए यूरिक एसिड से गठिया रोग होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, इसलिए इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है. हम कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं.
गाजर का रस (Carrot Juice)
गाजर में कैरोटीन और विटामिन A पाया जाता है और नींबू में विटामिन C पाया जाता है. गाजर और नींबू का जूस पीने से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है. साथ ही इस जूस को पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है जिससे रोगों से लड़ने की शक्ति आती है.
अदरक (Ginger)
अदरक में कई औषधीय गुण समाए हुए हैं. अदरक में एंटीऑक्सिडेंट्स के अलावा कई न्यट्रिएन्ट्स पाए जाते हैं जो जोड़ों के दर्द को कम कर उन्हें आराम पहुंचाते हैं. यूरिक एसिड बढ़ने पर आप रोजाना अदरक वाली चाय या दूध पीकर इसे कंट्रोल कर सकते हैं.
ग्रीन टी (Green Tea)
ग्रीन टी औषधीय गुणों से भरपूर होती है, इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं. ग्रीन टी पीने से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है और हमारी इम्यूनिटी बढ़ती है.
खीरे का जूस Cucumber Juice)
खीरे में पोटेशियम और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, ये बॉडी को डिटॉक्स करते हैं. खीरा और नींबू का रस पीने से लिवर और किडनी साफ हो जाती हैं और यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाता है. गठिया होने पर खीरे के जूस का रोजाना सेवन करना चाहिए.