चेरी- चेरी फाइबर का एक बहुत अच्छा स्त्रोत होता है जो की आंतों को सही रूप से चलाने में मदद करता है. साथ ही विटामिन बी, मैगजीन, कॉपर, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भी इसमें पाए जाते हैं. वहीं कई अध्ययनों के अनुसार चेरी का रस एंथोसाइन युक्त भी बताया गया है. यह कई एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों से भी भरपूर होता है. चेरी के इस रस का सेवन व्यायाम के बाद मांसपेशियों में दर्द को कम करने में भी मदद करता है. साथ ही व्यायाम से होने वाली किसी भी तरह की सूजन को कम करना भी इसका बड़ा हाथ होता है. चेरी रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा को 36% तक कम कर देता है. जो बताता है कि यह गठिया और ओस्टियोआर्थराइटिस जैसी समस्याओं को कम करने में भी अच्छी तरीके से मदद करता है.
चकोतरा- चकोतरा भी एक खट्टा फल होता है जिसमें कि बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं. साथ ही इसमें कैलोरी भी कम होती है. यह आपके शरीर को बढ़ने में मदद करता है. इसके कई अलग-अलग स्वास्थ्य से जुड़े लाभ भी हैं. चकोतरा विटामिन सी से भरपूर होता है और इसमें पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं. यह फल विटामिन ए से भरपूर होता है और बीमारियों के खतरे से लड़ने में हमारी मदद भी करता है. साथ ही फाइबर तत्वों से भरपूर चकोतरा आपके शरीर द्वारा भोजन को पचाने की दर को नियंत्रण में रखता है और वजन प्रबंधन में मदद करता है. इसके एक बार सेवन से पेट काफी देर तक भरा रहता है जिससे आपको भूख नहीं लगती है और आपका वजन मेंटेन रहता है.
लीची- आपको बता दें कि लीची में लगभग 7 मिलीग्राम विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है. जो की सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है. लीची में ओमेगा-3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड भी मौजूद होते हैं जो कि आपके हृदय मस्तिष्क और रक्त वाहिकाओं को लाभ पहुंचाते हैं. आपको बता दें कि लीची में भरपूर मात्रा में विटामिन सी भी पाया जाता है जो कि कॉलेजन के विकास में अपनी भूमिका के लिए जाना जाता है. लीची में कई अन्य फलों की तुलना में अच्छे स्तर के होली फेनोल्स भी होते हैं. यह ह्रदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है और कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों के खतरे को कम करने में भी मदद करता है.