स्टैमिना बढ़ाने के लिए डाइट में शामिल करे प्रोटीन
स्टैमिना बढ़ाने के लिए अपने खानपान में प्रोटीन युक्त चीज़ों को शामिल करें।
बिना थके कसी काम को लंबे समय तक करने की शारीरिक क्षमता को स्टैमिना कहा जाता है। ये तभी पॉसिबल है जब आप पूरी तरह से स्वस्थ हों और आपका खानपान भी सही हो। लेकिन इसके लिए कुछ और भी चीज़ें जरूरी होती हैं, जिस पर बहुत ज्यादा गौर नहीं किया जाता। तो आज हम यहां उन चीज़ों के बारे में बात करेंगे।
प्रोटीन युक्त डाइट लेना
स्टैमिना बढ़ाने के लिए अपने खानपान में प्रोटीन युक्त चीज़ों को शामिल करें। जो मसल्स बनाने के साथ ही उन्हें स्ट्रॉन्ग भी बनाती हैं। इसके अलावा प्रोटीन की शरीर में भरपूर मात्रा से एनर्जी व स्टैमिना बढ़ती है। आप पूरे दिन तरोताजा महसूस करते हैं।
ध्यान और योग से
नियमित रूप से ध्यान और योग के अभ्यास से भी स्टैमिना को बेहतर बनाया जा सकता है। तो भले ही चार या पांच योगासन करें लेकिन उन्हें अपनी क्षमतानुसार थोड़ी देर होल्ड करके रखें। नौकासन, बालासन, कोणासन और सेतुबंधासन काफी अच्छे आसन हैं स्टैमिना बिल्ड करने के लिए। योग के बाद मेडिटेशन भी जरूर करें।
संगीत सुनने से
संगीत सुनने से भी स्टैमिना बढ़ता है। म्यूजिक एक्सरसाइज के टाइम को बढ़ाने में मदद करता है। जिससे आप अपनी क्षमता से ज्यादा वर्कआउट कर पाते हैं। यही चीज़ स्टैमिना बढ़ाने में मदद करती है।
धूम्रपान छोड़कर
धूमपान में निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड पाया जाता है जो शरीर के अंदर पहुंच कर ब्लड वेसेल्स को ब्लॉक करता है जिससे हार्ट, मसल्स और शरीर के दूसरे अंगों में ब्लड का सर्कुलेशन कम हो जाता है और इसकी वजह से एक्सरसाइज सही तरीके से नहीं कर पाते। इसके अलावा धूम्रपान और सिगरेट, बीड़ी के धुए में मौजूद टार हमारे फेफड़ों में पहुंचकर जम जाता है जिसके कारण फेफड़ों की कार्य क्षमता प्रभावित होती है और स्टैमिना घटता है।
एल्कोहल से दूर रहें
एल्कोहल के सेवन से भी स्टैमिना पर असर पड़ता है। एल्कोहल पीने से ब्लड सर्कुलेशन और प्रोटीन के अवशोषण पर भी हानिकारक असर पड़ता है।