इम्यूनिटी होगी मज़बूत, तीसरी लहर से बचाएंगी खाने की ये 4 चीजें, फॉलो करें ये टिप्स

Covid-19 3rd Wave एक्सपर्ट्स के अनुसार भारत में कोविड-19 की तीसरी लेहर में ज़्यादा समय नहीं रह गया है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स इम्यूनिटी को मज़बूत करने पर ज़ोर दे रहे हैं। शरीर की प्रतिरक्षा एक दिन में नहीं बढ़ती इसे हफ्तों लग जाते हैं।

Update: 2021-07-23 03:50 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस महामारी को डेढ़ साल से ज़्यादा का समय हो चुका है। हाल ही में आई कोरोना की दूसरी लहर ने देश भर में कहर बरपाया था। जिसके बाद मामले बढ़ना कुछ कम हुए ही थे कि अब तीसरी लहर का डर सभी को सता रहा है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, भारत में कोविड-19 की तीसरी लेहर में ज़्यादा समय नहीं रह गया है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स इम्यूनिटी को मज़बूत करने पर ज़ोर दे रहे हैं। शरीर की प्रतिरक्षा एक दिन में नहीं बढ़ती, इसे हफ्तों लग जाते हैं। इसलिए इसके लिए लगातार प्रयास करते रहना होगा। शरीर को पर्याप्त आराम, पोषण, सही वातावरण और नियमित रूप से व्यायाम मिलते रहना चाहिए। तभी शरीर की प्रतिरक्षा खुद मज़बूत होने लगती है।
महामारी जल्दी ख़त्म नहीं होने वाली है, इसलिए बेहतर है कि हम अपने शरीर को मज़बूती दें। अपनी डाइट में विटामिन-ए, सी, एंटीऑक्सीडेंट्स, तरल पदार्थ जैसी चीज़ों को शामिल करें ताकि बीमारी पड़ने पर रिकवरी आसानी हो। तो आइए जानें कि हमें खाने में किस तरह के पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए?
विटामिन-ए
विटामिन-ए शरीर में इम्यूनिटी को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाता है। डाइट में विटामिन-ए से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करने से शरीर को कई बीमारियों और संक्रमणों से लड़ने की ताक़त मिलती है। इसके लिए पीली, लाल और हरी (पत्तेदार) सब्जियां खाएं, जैसे पालक, गाजर, शकरकंद और लाल मिर्च, कद्दू, पीले फल जैसे आम, पपीता आदि विटामिन-ए के अच्छे स्त्रोत हैं।
विटामिन-सी
विटामिन-ए की तरह विटामिन-सी भी इम्यूनिटी को मज़बूती देने का काम करता है। स्कॉर्बिक एसिड नाम से जाने जाना वाला विटामिन-सी, कोशिकाओं की रक्षा करता है और उन्हें स्वस्थ बनाता है। साथ ही यह त्वचा, रक्त वाहिकाओं और हड्डियों को भी मज़बूत बनाता है। खट्टे फलों में विटामिन-सी की मात्रा अच्छी होती है, जैसे संतरे, अंगूर, नींबू, मौसंबी, ब्रोकली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स विटामिन-सी के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।
प्रोबायोटिक्स
एक्सपर्ट्स का मानना है कि प्रोबायोटिक्स के सबसे अच्छा स्रोत हैं दही और छाछ। प्रोबायोटिक्स लाभकारी होता है, इससे कई बीमारियों से लड़ने की ताक़त मिलती है।
तरल पदार्थ
तरल पदार्थ का सेवन खूब करना चाहिए। आपको दिन में 3-4 लीटर पानी पीना चाहिए। इसके अलावा नारियल पानी, फलों और सब्ज़ियों का जूस, हर्बल काढ़ा जैसी चीज़ों का सेवन भी ज़रूर करना चाहिए।


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