लाइफस्टाइल: कभी-कभी नाखून चबाना मानसिक और भावनात्मक तनाव का भी संकेत हो सकता है ऐसे में इसे नजर अंदाज न करें अक्सर आपने देखा होता कि बच्चे मुंह में उंगली डाले रहते हैं या फिर नाखून चबाते रहते हैं. वैज्ञानिकों की मानें तो ये आदत उन बच्चों में ज्यादा देखी जाती है, जिनके मां बाप नाखून चबाते हैं. बच्चें पूरे दिन हाथों और पांवों के बल पूरे घर पर घूमते हुए रहते हैं. ऐसे में नाखून चबाना उनकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है कहा ये भी जाता है कि कभी-कभी नाखून चबाना मानसिक और भावनात्मक तनाव का भी संकेत हो सकता है ऐसे में इसे नजर अंदाज न करें. आज हम आपको कुछ ऐसी कोशिश करें कि बच्चे के नाखून बड़े न होने दें. समय समय पर इन्हें काटते रहें. कम नाखून होने से काटने को कम मिलता है और यह ट्रिगर करता है. कम नाखून होने पर बच्चा उसे काट नहीं पाएगा और कुछ समय बाद उसकी ये आदत छूट जाएगी. ये तरीका आपको थोड़ा अटपटा जरूर लग सकता है, लेकिन ये बेहतरीन तरीकों में से एक है. अगर आपका बच्चा नाखून चबाता है तो उसके नाखूनों पर कड़वे स्वाद वाली नेल पॉलिश लगा दें. अब आप सोच रहे होंगे ये कहां मिलेगी तो ये आपको बाजार में आसानी से मिल जाएगी. ऐसे में जैसे ही वो नाखून खाने के लिए मुंह में उंगली डालेगा उसे कड़वा लगेगा और वो इसे छोड़ देगा.
अक्सर नाखून का चबाना किसी ट्रिगर पॉइंट से जुड़ा हो सकता है. ऐसे में इसे पहचानें. ये शारीरिक ट्रिगर हो सकते हैं, जैसे हैंगनेल की उपस्थिति, बोरियत, तनाव और चिंता. आप इस बात को समझें कि बच्चा किसी सिचुएशन में नाखून चबाता है फिर आप इसका हल ढूंढे कि इन स्थितियों से कैसे बचा जाए और रोकने की योजना विकसित की जाए. जैसे उसके बोर होने पर उसे किसी काम में लगा दें. बच्चें पूरे दिन हाथों और पांवों के बल पूरे घर पर घूमते हुए रहते हैं. ऐसे में उनके नाखूनों में गंदगी भर जाती है, जो उन्हें बीमार कर सकती है. ऐसे में पहले उनके नाखूनों को साफ करें और इस आदत को छुड़ाने के लिए आप उनके नाखूनों पर टेप या स्टिकर लगा सकते हैं. वहीं बच्चे छोटे हो तो आप उन्हें दस्ताने पहना सकते हैं. जैसे ही बच्चा मुंह में नाखून डाले आप उनके साथ स्ट्रेस बॉल या कुछ पजल जैसे खेलने की कोशिश करें. यह उनके हाथों को व्यस्त और मुंह से दूर रखने में मदद करेगा.