Lifetyle.लाइफस्टाइल: बच्चों में खांसी होना एक आम समस्या है और मौसम बदलने पर तो यह समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में पेरेंट्स दवा लेने के लिए सबसे पहले डॉक्टर के पास जाते हैं और खांसी ठीक करने के लिए बच्चे को सिर्फ दवा देते रहते हैं और इस बात पर उनक ध्यान ही नहीं जा पाता है कि बच्चे को इस समय क्या खिलाना चाहिए और क्या नहीं खिलाना चाहिए।
पीडियाट्रिशियन डाक्टर निहार पारेख ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर के बताया है कि बच्चों को खांसी होने पर क्या चीजें नहीं खिलानी चाहिए वरना उनकी खांसी और ज्यादा बढ़ सकती है। तो चलिए जानते हैं कि डॉक्टर के अनुसार खांसी होने पर बच्चों को क्या खिलाना चाहिए।
ड्राई फ्रूट्स
डॉक्टर ने बताया कि वैसे तो सूखे मेवे बच्चों के लिए बहुत अच्छे होते हैं लेकिन खांसी होने पर बच्चों को ड्राई फ्रूट्स देने से बचना चाहिए। आप 18 महीने से लेकर दो साल तक के बच्चे को 30 से 40 ग्राम सूखे मेवे दे सकते हैं लेकिन ये शुद्ध होने चाहिए। इन पर शुगर की कोटिंग नहीं की गई हो, आर्टिफिशियल फ्लेवर या कैंडी फिल न हों।
कैसे खिलाएं ड्राई फ्रूट्स
अगर आप अपने बच्चे को सूखे मेवे खिलाना चाहते हैं तो उन्हें भिगोकर खाना सही रहेगा। आप बादाम, खुबानी और खजूर आदि को पानी में कुछ देर तक भिगोने के बाद बच्चे को खिला सकते हैं। बिना नमक वाला पिस्ता भी खिला सकते हैं। इस तरह से खाने पर ये चीजें इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करेंगी और खांसी को भी खत्म करेंगी। इसके अलावा इनमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो बच्चों को बीमारी या खांसी से लड़ने में मदद करेंगे।
भिगोकर क्यों खाने चाहिए ड्राई फ्रूट्स
आयुर्वेद भी ड्राई फ्रूट्स को गलाकर खाने की सलाह देता है। इससे इन्हें पचाना आसान हो जाता है और पेट खराब नहीं होता। साथ ही इसकी गर्म तासीर भी कम हो जाती है।
ड्राई फ्रूट्स को भिगोकर खाने से क्या होता है
हमें नट्स की बाहरी परत में मौजूद फाइटेट्स और ऑक्सालेट्स को नरम करने की आवश्यकता होती है, ताकि बी-विटामिन जैसे पोषक तत्वों को खोए बिना हम इन्हें आसानी से अवशोषित कर सकें। भिगोने से ये फाइटेट्स कम हो जाते हैं और नट्स को पचाना आसान हो जाता है। इसके अलावा, भिगोने से नट्स में मौजूद प्रोटीन भी आंशिक रूप से पच जाता है। इसलिए, रोजाना भिगोए हुए बादाम का सेवन करना फायदेमंद होता है।
पचाने में होते हैं आसान
भीगी हुई किशमिश को पचाना बहुत आसान होता है और इससे उनके पोषक तत्व भी बरकरार रहते हैं। भिगोने से उनकी सतह पर मौजूद प्राकृतिक सल्फाइट्स भी हट जाते हैं। इसके अलावा, भिगोने से किशमिश के प्राकृतिक शर्करा निकल जाती है, जिससे वे एक हेल्दी स्नैक विकल्प बन जाते हैं। इसलिए, जैसे हम अनाज, दालें और फलियों को भिगोते हैं, वैसे ही सूखे मेवों और नट्स को भी भिगोना जरूरी होता है।