चेहरे पर हो गए हैं डार्क सर्कल, तो इस तरह से करें दूर

डार्क सर्कल्स एक कॉमन प्रॉब्लम है क्योंकि ये महिला और पुरुष दोनों को प्रभावित कर सकती है

Update: 2024-04-26 02:30 GMT

लाइफस्टाइल: डार्क सर्कल्स यानी आंखों के नीचे काले घेरे लुक को बर्बाद करने का काम करते हैं. इन्हें रिमूव करना आसान नहीं है और इन्हें छिपाने के लिए लोग मेकअप की मदद तक लेते हैं. डार्क सर्कल्स एक कॉमन प्रॉब्लम है क्योंकि ये महिला और पुरुष दोनों को प्रभावित कर सकती है. अधिकतर लोगों में ये बात फैली हुई है कि आंखों के नीचे कालापन मतलब डार्क सर्कल्स हो गए हैं. जबकि ज्यादातर नहीं जानते हैं कि ये कितने टाइप के होते हैं.कभी आपने सोचा है कि डार्क सर्कल्स के भी टाइप हो सकते हैं? चलिए आपको बताते हैं कि डार्क सर्कल्स के टाइप कितने होते हैं और इन्हें रिमूव करने के लिए आप किन चीजों की मदद ले सकते हैं.

क्यों होते हैं डार्क सर्कल्स: आंखों के नीचे की स्किन सेंसिटिव होती है और ये पिगमेंटेशन का शिकार जल्दी बनती है. उम्र के बढ़ने के साथ स्किन ढीली पड़ने लगती है और इसका ज्यादा असर आंखों की नीचे की स्किन पर नजर आता है. कोलेजन की कमी की वजह से स्किन डार्क पड़ने लगती है और आंखों के नीचे की स्किन तेजी से काली पड़ने लगती है.

तीन तरह के होते हैं डार्क सर्कल्स: डार्क ब्राउन सर्कल्स: गहरे भूरे रंग के सर्कल्स की वजह से आंखें थकी-थकी नजर आती हैं. इसके होने के पीछे कई कारण हैं, जिनमें सूजन, एलर्जी, आंखों को रब करना, हार्मोनल प्रॉब्लम या फिर जेनेटिक समस्याएं शामिल हैं. इस तरह के डार्क सर्कल्स को खत्म या कम करने के लिए हेल्थ पर ध्यान देना जरूरी है. आंखों को बार-बार रब करने से बचें.

ब्लैक डार्क सर्कल्स: ज्यादातर मामलों में इस तरह के डार्क सर्कल्स हो जाते हैं. आंखों के नीचे कालापन आजकल आम समस्या है और इसका अहम कारण स्ट्रेस या कम नींद मानी जाती है. इसके अलावा कोलेजन के प्रोडक्शन में कमी के चलते भी ब्लैक डार्क सर्कल्स हो जाते हैं. अगर त्वचा में फैटी टिशू हैं, तो भी ये समस्या परेशान कर सकती है. इसे दूर करने के लिए स्किन में हाइड्रेशन को बरकरार रखें. खीरा या दूसरी चीजों को खाएं.

ब्लू या पर्पल कलर के डार्क सर्कल्स: लाइफस्टाइल के ठीक न होने पर इस तरह की समस्या हो जाती है. खराब डाइजेशन, ब्लड सर्कुलेशन का सही न होना, नींद न आना, आयरन की कमी, डिहाइड्रेशन की वजह से ये डार्क सर्कल्स हो सकते हैं. इनसे राहत पाने के लिए पूरी नींद, हफ्ते में दो बार स्टीम, हेल्दी डाइट और ज्यादा से ज्यादा पानी पीने का रूटीन फॉलो करना चाहिए.

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