अगर रात को खाते हैं दाल चावल तो हो जाएं सावधान बढ़ सकता है आपका यूरिक एसिड
मौसम सुहावना हो गया है, लोग घूमने-फिरने में व्यस्त हैं, लेकिन जो लोग यूरिक एसिड बढ़ने से परेशान हैं, उनके लिए इस मौसम का आनंद लेना मुश्किल हो जाता है। हाँ! सर्दियां हाई यूरिक एसिड वालों के लिए मुश्किलें बढ़ा देती हैं। लेकिन यह भी सच है कि आपके खान-पान से जुड़ी कुछ आदतों के कारण यह बीमारी बढ़ती और घटती रहती है। उदाहरण के तौर पर अगर आप भी देर रात हाई प्रोटीन डाइट या दाल चावल खाते हैं तो आप भी हाई यूरिक एसिड की समस्या का शिकार हो सकते हैं. क्योंकि आहार में अधिक प्रोटीन लेने से यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ता है।
यूरिक एसिड क्या है
आपको बता दें कि यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनने वाला एक टॉक्सिन है, जो प्यूरीन आहार के अधिक सेवन से बढ़ता है। अगर पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकलने वाला यह अपशिष्ट पदार्थ बाहर नहीं निकल पाता है तो यह बहुत हानिकारक साबित होता है। जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है तो गठिया का खतरा भी बढ़ जाता है। गठिया की समस्या के कारण पैरों और हाथों के जोड़ों और उंगलियों में बहुत दर्द और सूजन हो जाती है।
दाल-चावल तेजी से यूरिक एसिड बढ़ाते हैं
आपको बता दें कि खासतौर पर देर रात में दाल-चावल का सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर तेजी से बढ़ सकता है। आयुर्वेद के अनुसार जिन लोगों को हाई यूरिक एसिड होता है उन्हें रात के खाने में भूलकर भी चावल और दाल नहीं खाना चाहिए। क्योंकि उच्च प्रोटीन वाली दालें उंगलियों और जोड़ों में गठिया के दर्द को बढ़ा सकती हैं। इसके साथ ही रात के समय छिलके वाली दालों के सेवन से भी बचना जरूरी है।
दालों का मैल निकालना जरूरी है.
वहीं कहा जाता है कि कुकर में पकाई गई दाल भी यूरिक एसिड को बढ़ाने का काम करती है. क्योंकि कुकर में दाल बनाने की प्रक्रिया के दौरान दाल से झाग नहीं निकलता है. ये झाग एक तरह के सर्फेक्टेंट होते हैं जो शरीर में धीमे जहर की तरह काम करते हैं। ये सर्फेक्टेंट शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को तेजी से बढ़ाते हैं।