अगर आप छोटे बच्चे की वजह से अपनी नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं तो अपनाएं ये टिप्स

एक छोटे बच्चे के घर में आने से पूरे परिवार के सोने-जगने से लेकर कई तरह के रूटीन में बदलाव आता है. सभी बच्चे के हिसाब से खुद की लाइफस्टाइल को एडजस्ट करते हैं.

Update: 2022-07-15 09:20 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।  एक छोटे बच्चे के घर में आने से पूरे परिवार के सोने-जगने से लेकर कई तरह के रूटीन में बदलाव आता है. सभी बच्चे के हिसाब से खुद की लाइफस्टाइल को एडजस्ट करते हैं. बच्चे के जन्म से पैरेंट्स जितना खुश होते हैं, उससे कई गुना ज़्यादा वे बच्चे की देखभाल के लिए नर्वस होते हैं. अपने ज़रूरी कामों और नौकरी के साथ नवजात शिशु की देखभाल करना मुश्किल टास्क होता है.

अधिकतर पेरेंट्स की शिकायत रहती है कि वे बच्चों के रात में जागने की वजह से ठीक तरह से सो नहीं पाते हैं. नींद की कमी के कारण दिन भर थकावट रहती है और इसी वजह से वे इर्रिटेट महसूस करते हैं. सेहत के लिहाज़ से आपको नींद में कोई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, क्योंकि पर्याप्त नींद ना मिलने की वजह से आप कई शारीरिक समस्याओं से घिर सकते हैं. छोटे बच्चे के चलते अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते हैं, तो इन टिप्स को अपनाकर अपनी नींद पूरी करें.
छोटे बच्चे के साथ अधिक और बेहतर नींद कैसे लें
अपनी दिनचर्या को बदलें – बेहतर नींद काफी हद तक व्यक्ति की दिनचर्या पर निर्भर करती है. आप दिन में क्या करते हैं वो आपकी नींद को प्रभावित कर सकता है. आपको अपनी दिनचर्या में ऐसी चीजों को शामिल करना है, जिससे आप रिलैक्स महसूस कर सकें हैं.
सोने से पहले मोबाइल फोन को दूर करदें – सीनेट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक विशेषज्ञों की माने, तो मोबाइल और टेलीविजन से निकलने वाली हानिकारक किरणें केवल आंखों को ही नहीं, बल्कि आपकी नींद को भी खराब करती है. तेज रोशनी वाली चीज़ों से घिरे रहने की वजह से दिमाग को गलत सिग्नल जाता है, जिससे वह बॉडी में कोर्टिसोल हार्मोन रिलीज करता है. ऐसा होने से सोने में समस्या आती है, इसीलिए सोने से लगभग 1 घंटे पहले मोबाइल और टीवी देखना छोड़ दे.
बच्चे की देखभाल मिलकर करें – छोटे बच्चे की ज़िम्मेदारी केवल बच्चे की मां पर नहीं होती है. बच्चे के ख्याल रखने में पूरे परिवार को उनका साथ देना चाहिए और पैरेंट्स को भी बाकी सदस्यों से मदद मांगने में झिझकना नहीं चाहिए. रात में पैरेंट्स बच्चे के साथ बारी-बारी से जाग सकते हैं. इस तरह काम बांटने से आपको भावनात्मक तरीके से भी मदद मिलेगी और आप गैर-ज़रूरी परेशानियों से बच सकेंगे.
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