मोमोज खाने के शौकीनों की कोई कमी नहीं है. क्या बच्चे, क्या बड़े, हर कोई मोमोज देखते ही खुद को रोक नहीं पाता है. आज हर रेस्तरां, मार्केट, मॉल, फूड स्ट्रीट, रोड साइड आपको मोमोज बेचने वाला मिल जाएगा. हालांकि, इसे खाते समय थोड़ी सावधानी भी बरतनी चाहिए. कई वेरायटी और स्वाद में मिलने वाला मोमोज सेहत के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है. मोमोज का नियमित सेवन करने से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर दोनों बढ़ सकता है और इससे पाइल्स भी हो सकता है. पिछले साल मोमोज खान के कारण एक व्यक्ति की जान चली गई थी, इसके बाद देश के सबसे प्रतिष्ठित अस्पताल एम्स ने एक चेतावनी भी जारी की थी. एम्स ने चेतावनी जारी करते हुए कहा था मोमोज जब भी खाएं बहुत सावधानी से खाएं क्योंकि यह गले में फंस सकता है. इसे अच्छी तरह चबाकर खाएं. हड़बड़ी में इसे निगले नहीं. वैसे मोमोज में जिस तरह के मैदा का इस्तेमाल किया जाता है, वह और ज्यादा हानिकारक है.
डायबिटीज
मोमोज को ज्यादा स्मूथ और उसमें लोच लाने के लिए मैदा को ब्लीज किया जाता है. लेकिन ब्लीच के लिए बैंजोएल पैरॉक्साइड जैसे हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. यह केमिकल पैंक्रियाज पर सीधा असर करता है जिसके कारण पैंक्रियाज से निकलने वाले इंसुलिन हार्मोन कम बनने लगता है. इसका नतीजा यह होता है कि ब्लड शुगर बढ़ने लगता है. जिसे पहले से डायबिटीज है, उसके लिए तो यह और ज्यादा हानिकारक है. इसके अलावा जिसे डायबिटीज नहीं है उसे भविष्य में डायबिटीज होने की आशंका बढ़ जाती है.
बवासीर
मोमोज मैदा का बना होता है. उसे भाप पर गर्म कर पकाया जाता है. मैदा का होने के कारण यह अल्ट्रा प्रोसेस्ड हो जाता है. अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में फाइबर या तो होता ही नहीं या बहुत कम होता है. यही कारण है कि मोमोज खाने के बाद कॉन्स्टिपेशन शुरू हो जाता है. कॉन्स्टिपेशन के कारण स्टूल हार्ड होने लगेंगे. मोमोज के साथ बहुत तीखी चिली वाली चटनी भी होती है. यह हमेरॉयड में ब्लीडिंग को बढ़ाती है. ब्लीडिंग होने से मलद्वार की नसें कमजोर होंगी जिसके कारण पाइल्स का खतरा बढ़ जाएगा.
कैंसर का भी खतरा
कुछ लोग मोमोज के फ्लेवर को बेहतर बनाने के लिए इसमें अजीनोमोटो मिलाते हैं. अजीनोमोटा मोनोसोडियम ग्लूटामाइन केमिकल है. यह एक प्रकार का चाइनीज मसाला है. अजीनोमोटो का सीधा संबंध कैंसर से है. एमएसजी एक सिंथेटिक मैटेरियल है. चूंकि मोमोज के साथ चटनी भी होती है, इसलिए इसमें सोडियम की मात्रा काफी बढ़ जाती है. भले ही यह ज्यादा नमकीन न लगे लेकिन इसमें सोडियम की मात्रा काफी बढ़ जाती है. इसलिए यह ब्लड प्रेशर को भी बढ़ा सकता है. बीपी बढ़ने से हार्ट से संबंधित कई बीमारियां हो सकती है. यह स्ट्रोक, हार्ट अटैक और हार्ट फेल्योर के खतरे को भी बढ़ा सकता है.