वेज डाइट अपना रहे है तो जान ले इनसे जुड़े मिथक
यह धारणा भी गलत है। वेजिटेरियन डाइट में भी अच्छी-खासी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है
जब भी खानपान का जिक्र होता है, तो अकसर लोग यह सवाल पूछते हैं कि शाकाहारी भोजन से शरीर को पर्याप्त पोषण मिल जाता है। अच्छी सेहत के लिए वेज डाइट अपनाई जाए या नॉन वेजिटेरियन? आइए इससे जुड़ी कुछ ऐसी ही भ्रांतियों को दूर करें।
1. मिथ- नहीं मिलती पर्याप्त ऊर्जा
आमतौर पर लोगों में यह धाराणा प्रचलित है कि ज्यादा शारीरिक श्रम करने वाले, जैसे- स्पोर्ट्स, पुलिस और आर्मी फील्ड से जुड़े लोगों के लिए नॉनवेज का सेवन जरूरी है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। कई सफल एथलीट्स और खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया है कि वेज डाइट भी एनर्जी से भरपूर होता है।
2. मिथ- उपलब्धता की समस्या
कुछ लोगों को ऐसा लगता है शाकाहारी भोजन हर जगह आसानी से नहीं मिलता। वास्तव में ऐसा नहीं है। आजकल हर सुपर मार्केट, रेस्तरां और इंटरनेशनल फ्लाइट्स में भी वेजिटेरियन फूड आसानी से मिल जाता है। अगर और कुछ न मिले, तो ब्रेड और सैलेड तो हर जगह मिल ही जाता है।
3. मिथ- कम होती है प्रोटीन की मात्रा
यह धारणा भी गलत है। वेजिटेरियन डाइट में भी अच्छी-खासी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल रहित और फाइबर से भरपूर होता है। ऐसा प्रोटीन डाइजेशन दुरुस्त रखता है और साथ ही हड्डियों के लिए भी फायदेमंद होता है। नॉनवेज से मिलने वाले प्रोटीन में फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा रहती है और फाइबर नहीं होता। इसी वजह से नॉनवेज का ज्यादा सेवन हार्ट, लिवर और किडनी के लिए नुकसानदेह होता है।
4. मिथ- वेजिटेरियन डाइट बैलेंस नहीं होती
ऐसा सोचना गलत है। वेजिटेरियन खाने में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा और शरीर के लिए कई जरूरी न्यूट्रिशन शामिल होते हैं। नॉनवेज की तुलना में फलों, सब्जियों और दालों में माइक्रोन्यूट्रिएंट तत्व ज्यादा मात्रा में पाए जाते है। इसी वजह से नॉन वेजिटेरियन लोगों को भी अपने खाने के साथ सब्जियों या सैलेड की कम से कम दो सर्विंग लेने की सलाह दी जाती है जिससे उन्हें सभी पोषक तत्व मिल सकें।
5. मिथ- बच्चों के लिए वेज से ज्यादा नॉनवेज है फायदेमंद
ज्यादातर लोगों को ऐसा लगता है कि बच्चों के शारीरिक विकास के लिए नॉनवेज ज्यादा जरूरी है। शाकाहारी भोजन से उनके शरीर को सही मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते। यह बात कुछ हद तक सही है कि नॉनवेज में मौजूद प्रोटीन और आयरन बच्चों के शारीरिक विकास में मददगार साबित होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वेजिटेरियन बच्चे कमजोर होते हैं। अगर उन्हें पर्याप्त मात्रा में मिल्क प्रोडक्ट्स, सब्जियां और दालें खिलाई जाएं, तो उन्हें उनकी जरूरत भर का का प्रोटीन आसानी से मिल जाता है।
हालांकि यह किसी भी व्यक्ति के निजी पसंद का मामला है कि वह अपने लिए वेज या नॉनवेज डाइट का चुनाव करें, लेकिन शाकाहारी लोगों को अपने मन से यह भ्रम निकाल देना चाहिए कि अपने भोजन से उन्हें पर्याप्त पोषण नहीं मिलता है।