बारिश के दिनों अगर रहती है वायरल फीवर की शिकायत तो निजात पाएं अपने घर की रसोई में पड़ी इन चीजो से
मानसून का मौसम चल रहा हैं और यह मौसम विपरीत स्वभाव का होता हैं। जिसमें कभी धूप के तीर चलते हैं तो कभी छाँव की छतरी खुली हुई दिखाई देती हैं। इस बदलते मौसम का सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता हैं। जिसकी वजह से वायरल फीवर की समस्या इस मौसम में आम बात हो जाती हैं। वायरल फीवर खराब और दूषित खानपान, गंदगी, बारिश में भीगना, ठंड लगना और संक्रमण के कारण ज्यादा होता हैं। आज हम आपको इस वायरल फीवर को नियंत्रित कर दूर करने के कुछ उपाय बताने जा रहे हैं। ताकि आपको ज्यादा परेशानी ना उठानी पड़े। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
* अगर आपको अपने अंदर वायरल बुखार के लक्षण दिख रहे हैं तो गीली पट्टी को अपने सिर पर लगाएं। ऐसा तब तक करें तब तक बुखार उतर ना जाए।
* सितोपलादी का चूर्ण भी वायरल फीवर में बहुत असरदार है। यह शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और बुखार को छूमंतर करता है।
* तुलसी की 10-15 पत्ती को तोड़कर कालीमिर्च के साथ पीसकर खाने से भी बुखार कम होता है। साथ ही उल्टी और पेट दर्द से भी राहत मिलती है।
* नींबू, शहद और अदरक के रस के साथ तुलसी के रस को मिलाकर सुबह-शाम लेने से सर्दी-खांसी और बुखार दूर होता है।
* त्रिफला चूर्ण में ज्वर नाशक गुण होता है। इससे दस्त भी साफ होता है और बुखार भी कम होता है। इसलिए इसका भी सेवन करें।
* खूब पानी पीने से भी वायरल फीवर नियंत्रित होता है। इसके अलावा, नींबू, पुदीना, शहद और अजवाइन आदि भी पानी के साथ मिलाकर लेने से फायदा होता है।