एग्जाम स्ट्रेस को ऐसे करे दूर
परीक्षा का डर और इसके कारण होने वाले इस स्ट्रेस की वजह से बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से काफी प्रभावित होते हैं।
साल शुरू होने के साथ ही बच्चे अपनी परीक्षाओं की तैयारियों में जुट जाते हैं। जनवरी का महीना पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में स्टूडेंट्स पढ़ाई और तैयारी की वजह से कई बार तनाव का शिकार होने लगते हैं। परीक्षा का डर और इसके कारण होने वाले इस स्ट्रेस की वजह से बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से काफी प्रभावित होते हैं। साथ ही इसकी वजह से वह अपनी पढ़ाई और एग्जाम की प्रीपरेशन पर भी ध्यान नहीं दे पाते हैं। ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि पेरेंट्स अपने बच्चों में एग्जाम स्ट्रेस का पता लगाकर उनकी सही तरीके से उनकी मदद करें। अगर आपको भी अपने बच्चों में इनमें से कुछ लक्षण नजर आ रहे हैं, तो यह एग्जाम स्ट्रेस की वजह से हो सकते हैं।
व्यवहार में बदलाव
अगर कोई बच्चा पढ़ाई या परीक्षा की वजह से तनाव में है, तो इसका सबसे पहला संकेत उनके बर्ताव में बदलाव है। परीक्षा की तैयारी करते समय अगर किसी बच्चे के बर्ताव में अचानक ही परिवर्तन नजर आने लगे, तो यह एग्जाम स्ट्रेस की वजह से हो सकता है। अगर आपका बच्चा बहुत बोलने वाला है, लेकिन वह अचानक ही शांत रहने लगे तो आपको उससे बात करने की जरूरत है।
सोने में परेशानी
अगर कोई बच्चा तनाव से गुजर रहा है, तो उसे नींद की परेशानी भी होने लगेगी। दरअसल, नींद लेने में दिक्कत होना तनाव का एक अहम संकेत है। अगर आपके बच्चों को नींद नहीं आ रही है या फिर सोने के बाद वह बीच-बीच में जाग रहा है, तो यह तनाव की वजह से हो सकता है।
खानपान में बदलाव
अगर परीक्षा के दौरान आपके बच्चे के खानपान के बर्ताव में बदलाव होने लगा है, तो आपको उस पर ध्यान देने की जरूरत है। अगर बच्चा खाने से दूरी बना ले या फिर अपनी डाइट से कम खाना खाने लगे, तो यह भी तनाव की वजह से हो सकता है। वहीं, अगर बच्चा अचानक से ज्यादा खाना शुरू कर दें, तो भी आपको उनपर ध्यान देने की जरूरत है।
चिड़चिड़ापन
चिड़चिड़ापन तनाव का एक अहम लक्षण है। अक्सर तनाव की वजह से लोग चिड़चिड़े होने लगते हैं। अपने बच्चे में बढ़ते चिड़चिड़ेपन की मदद से भी आप उनमें तनाव की पहचान कर सकते हैं। अगर आपका बच्चा भी अचानक चिड़चिड़ा होने लगा है, तो यह परीक्षा के कारण होने वाला तनाव हो सकता है।
हमेशा पढ़ाई करना
अक्सर पढ़ाई और परीक्षा के डर की वजह से बच्चे एग्जाम स्ट्रेस का शिकार होने लगते हैं। कोर्स पूरा करने और एग्जाम में अच्छा प्रदर्शन करने के दबाव की वजह से कई बार बच्चे ज्यादा पढ़ाई करने लगते हैं। अगर आपका बच्चा हमेशा सिर्फ पढ़ाई ही कर रहा है, तो जरूरी है कि बात उनसे इस बारे में बात करें।